Updated: Fri, 10 Jan 2025 10:05 AM (IST)
एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या से यूपी का मेरठ दहल उठा है। सुहेल गार्डन में बेरहम कातिलों ने दंपती की तीन बेटियों को मार डाला। दो साल की अदीबा और एक साल की जिया की हत्या करते हुए भी दिल नहीं कांपा। आदीबा के सिर पर लोहे की रॉड से वार किया। उसके बाद शव को बोरे में डाल दिया।
जागरण संवाददाता, मेरठ। बच्चे बिलख-बिलख कर रोना तो दूर, आह भी भर दे तो आमजन का कलेजा फट पड़ता है, लेकिन सुहेल गार्डन में बेरहम कातिलों ने दंपती की तीन बेटियों को मार डाला। दो साल की अदीबा और एक साल की जिया की हत्या करते हुए भी दिल नहीं कांपा। आदीबा के सिर पर लोहे की रॉड से वार किया। उसके बाद शव को बोरे में डाल दिया। इतना जरूर हुआ कि एक साल की जिया की हत्या करते समय हाथ जरूर कांप गए, क्योंकि उसकी गला दबाकर हत्या की गई है।
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करीब 15 साल पहले मोइन का निकाह जफरा से हुआ था। उससे एक बेटी इलमा को जन्म दिया और जफरा की मौत हो गई। वह बीमार रहती थी। फिलहाल बेटी अपनी बुआ के साथ किठौर में रहती है। दूसरी शादी 11 साल पहले मोइन ने नारा से की, उससे विवाद के बाद तलाक हो गया। फिर मोइन ने 2015 में असमा से शादी की। असमा पहले से शादीशुदा थी। उसकी पहली शादी शाहजहां कालोनी निवासी दीन मोहम्मद से हुई थी। मोइन और आसमा की तीन बेटियां हुईं। अक्सा, आदीबा और जिया को जन्म दिया।
रुड़की के पुआना से मेरठ पहुंचने के बाद अक्सा की पढ़ाई भी छुड़वा दी गई थी। वहां लौटने के बाद मोइन अपना मकान बनाने में जुट गया था। दरअसल, रुड़की के पुआना से मेरठ आने के बाद पहले जाकिर कॉलोनी में रहने लगे थे। वहां पर असमा का मन नहीं लगा। उसके बाद सुहेल गार्डन में किराए के मकान में रहने लगे थे। वह इसलिए की उसके समीप ही 70 गज में अपना मकान बना रहे थे।
70 गज का मकान पर भी गहराया शक
मोइन के दो भाई तसलीम और मोमिन सुहेल गार्डन के बराबर वाली कालोनी में रहते हैं, जबकि एक भाई अभी भी रुड़की के पुआना में रहता है। पुलिस मान रही है कि 70 गज के जिस मकान को मोइन बना रहा था। उसको लेकर भी विवाद हो सकता है। भाइयों को लेकर भी पुलिस का शह गहराया है। इसलिए परिवार से भी पूछताछ की जा रही है।
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भतीजी बोली- बुधवार रात हुई थी बात
भतीजी तरन्नुम ने बताया कि हम लोग गुरुवार की दोपहर से चाचा (मोइन) को ढूंढ रहे थे। हमें लगा कि कहीं चले गए होंगे। बुधवार रात नौ बजे हमारी बहन की चाचा से फोन पर बात हुई। सब नॉर्मल बात कर रहे थे। फिर क्या हुआ। हमारा घर तो थोड़ी दूर है, यहां घर के बाहर ताला बंद था। सभी समझ रहे थे कि बेटियां बीमार रहती हैं, शायद किसी डॉक्टर के पास ले गए। हत्या की खबर पाकर मोइन के पड़ोसी रहे मोहम्मद वसीम पहुंचे। उन्होंने बताया कि साल 2009 तक मोइन परिवार के साथ जाकिर कालोनी में मदीना मस्जिद वाली गली में रहते थे। मोइन के सभी भाई राज मिस्त्री का काम करते हैं।
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