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    Naeem Baba Encounter: चार नाम, 4 निकाह, 7 बच्चे और 9 कत्ल, रहस्‍यमयी क‍िरदार था मेरठ हत्‍याकांड का आरोपी नईम बाबा

    कुख्यात अपराधी नईम बाबा का जीवन किसी हिंदी वेब सीरीज से कम नहीं है। पांच हत्याओं के बाद भी पुलिस 17 दिनों में ही उसे पकड़ पाई। मुठभेड़ के दौरान भी उसने अपने बेटे को भगाया और पुलिस पर फायरिंग की। नईम की जिंदगी चार राज्यों चार नामों चार निकाहों सात बच्चों और नौ बेगुनाहों के खून से रंगी है। पढ़ें कैसे नईम ने जरायम की दुनिया में कदम रखा।

    By sushil kumar Edited By: Abhishek Pandey Updated: Mon, 27 Jan 2025 09:33 AM (IST)
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    मुठभेड़ में नईम को पुलिस ने किया ढेर, वहीं सलमान को किया गिरफ्तार

    सुशील कुमार, मेरठ। 52 साल के नईम बाबा की पटकथा एक हिंदी वेब सीरिज से कम नहीं हैं। कक्षा पांच पास नईम का दिमाग आपराधिक घटनाओं में पुलिस से भी दो कदम आगे चलता था। पांच हत्या करने के बाद भी पुलिस कड़ी मशक्कत करने के बाद 17 दिनों में नईम बाबा तक पहुंच पाई।

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    मुठभेड़ के दौरान भी बेटे सलमान को भगाया और पुलिस पर फायरिंग करते हुए अकेले ही मुकाबला किया। नईम की जिदंगी अनेक कहानी बयां करती है, चार राज्य, चार नाम, चार निकाह, सात बच्चे और नौ बेगुनाह के खून से हाथ रंग चुका था। नईम के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद भी परिवार के लोग उसकी हिमायत को लिसाड़ीगेट थाने पर पहुंचकर हंगामा करने लगे थे।

    नईम को बचपन से ही थी पैसा कमाने की चाहत

    किठौर के शाहजहांपुर के रहने वाले नसीर उर्फ काना के सात बेटे और दो बेटियां हैं। उनमें दूसरे नंबर का नईम बाबा सबसे खतरनाक था। कक्षा पांच पास करने वाले नईम को शुरू से ही पैसे की चाहत थी। वह पैसा कमाने के लिए किसी हद तक भी जा सकता था। पिता ने नईम का निकाह लिसाड़ीगेट की सन्नो से कर दिया।

    कुछ साल बाद ही नईम ने सन्नो को छोड़कर बुलंदशहर की जुबैदा से निकाह कर लिया। खर्च बढ़ने पर काम के इरादे से दिल्ली चला गया। वहां पर नईम में अपना गुड्डू रख लिया। 1999 में नईम में दिल्ली के न्यू फ्रेंडस कालोनी साउथ में दो चोरी की वारदात को अंजाम दिया। उसके बाद पुलिस ने नईम को पकड़कर सामान बरामद करने के बाद जेल भेज दिया।

    दिल्ली में दोहरे हत्याकांड को दिया था अंजाम

    जमानत पर आने के बाद दिल्ली नार्थ ईस्ट के खजूरी खास में दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। तब उसने दिल्ली को छोड़ा और वहां से मुंबई के मुंब्रा पहुंच गया। उसके बाद नईम ने वहां पर पत्थर का कारोबार किया और अपना नाम हुसैन उर्फ जमील रख दिया। वहां पर तीन बच्चों की मां सलमा से निकाह कर लिया।

    सलमा के पहले पति मंसूर से तीन बेटे जहांगीर, सलमान और अब्दुल्ला है। नईम के साथ रहते हुए सलमा ने बेटी अफसाना को जन्म दिया। 2005 में नईम ने फिर दिल्ली के सरिता विहार में घर के अंदर चोरी की घटना को अंजाम दिया। मुंबई के मुंब्रा में नईम ने 2006 में दोहरे हत्याकांड को जन्म दिया।

    उधार की रकम न देने पर वारदात को किया अंजाम

    उसके बाद मुंबई से नासिक के मालेगांव में शिफ्ट हो गया। वहां पर नईम ने नूरी उर्फ नूरजहां से चौथा निकाह कर लिया। नूरजहां से नईम को तीन बेटे मुजीम, फैजान और नावेद है। वहां पर नईम ने टाइल्स का काम कर लिया था। इस धंधे में नुकसान होने की वजह से नईम अपने भाई मोईन से उधार दी गई रकम की मांग की थी। उसके रकम देने से इन्कार करने पर नईम ने पूरे परिवार के साथ खूनी खेल कर दिया।

    नासिक में छिपे थे नईम और सलमान

    आठ जनवरी को पांच हत्या करने के बाद नईम और सलमान नासिक में ही छिपे हुए थे। पुलिस की टीमें उन्हें तलाश करने के बाद वापस लौट गई थी। शुक्रवार की रात को नईम और सलमान दोनों ही अपने परिवार के अन्य सदस्यों से मिलने पहुंचे थे। ताकि वह उनसे उधार की रकम ले सकें। रकम नहीं देने पर उनकी हत्या की भी प्लानिंग करके ही मेरठ आए थे।

    चोरी की रकम से परिवार ने किया था कारोबार

    नईम ने 2005 में दिल्ली के सरिता विहार में घर के अंदर बड़ी चोरी को अंजाम दिया था। तब उसने अपने पूरे परिवार की चोरी की रकम से मदद की थी। उक्त रकम से ही परिवार के लोगों ने रुड़की में अपना कारोबार कर लिया था। दिल्ली में हत्या कर भागे नईम को ब्लैकमेल कर भी परिवार के सदस्य रकम वसूलते थे। डराया जाता था कि दिल्ली पुलिस की दबिश आ रही है। यदि उन्हें रकम नहीं दी। उसके बारे में जानकारी देंगे।

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