पांच हत्याओं का आरोपित नईम बाबा मुठभेड़ में ढेर, मेरठ पुलिस ने घाेषित किया था 50 हजार का इनाम
Meerut Police Encounter News मेरठ में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या के आरोपी नईम बाबा को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। नईम बाबा पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। वह आठ जनवरी की रात को अपने सौतेले भाई और दत्तक पुत्र के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया था। पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में जुटी हुई थीं।
जागरण संवाददाता, मेरठ। छोटे भाई मोइन, उसकी पत्नी व तीन बेटियों की हत्या करने के आरोपित नईम बाबा को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। आरोपित के दत्तक पुत्र सलमान को भी 11 घंटे बाद मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। उसके पैर में गोली लगी है। उधार दी गई छह लाख की रकम वापस नहीं करने पर नईम ने मोइन के पूरे परिवार को मौत के घाट उतारा था। पुलिस ने नईम बाबा पर पचास हजार रुपये इनाम की घोषणा की थी।
नईम पहले भी दिल्ली और मुंबई में चार हत्याएं कर चुका था।राजमिस्त्री मोइन, पत्नी आसमां और तीन बेटियों अक्सा, अजीजा व अलइसबा के साथ दो महीने पहले रुड़की से आकर मेरठ में रहने लगा था। आठ जनवरी की रात मोइन के सौतेले भाई नईम बाबा ने अपने दत्तक पुत्र सलमान के साथ मिलकर पूरे परिवार को मार डाला था। हत्या के बाद नईम और सलमान नासिक चले गए थे।
मुठभेड़ के बाद मौके पर पुलिसबल।
घेराबंदी की तो कर दी पुलिस पर फायरिंग
एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि सूचना पर शनिवार तड़के नईम और सलमान की घेराबंदी की। दोनों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जवाबी फायरिंग में नईम को गोली लग गई, जबकि सलमान भाग गया। घायल नईम को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। दोपहर में सलमान ने पुलिस को देखकर तमंचे से गोली चला दी। जवाबी फायरिंग में एक गोली सलमान के पैर में लगी। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। सलमान ने बताया कि नईम ने मोइन को कारोबार के लिए छह लाख रुपये दिए थे। मोइन ने रुड़की का मकान बेचने के बाद भी रकम नहीं लौटाई। नईम और सलमान ने परिवार को सिर पर लोहे की राड से वारकर मौत के घाट उतार दिया।
नईम पहले कर चुका था चार हत्याएं, तीन चोरी
नईम बाबा 1999 से जरायम की दुनिया में था। सबसे पहले उसने दिल्ली में दो घरों में चोरी की। उसके बाद 2000 में दिल्ली के खजूरी खास में दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। 2006 में मुंबई में दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। सिर्फ डिफेंस कालोनी की चोरी में वह पकड़ा गया था। आठ जनवरी को उसने मेरठ में छोटे भाई मोइन के पूरे परिवार की हत्या कर दी।
नईम बाबा ने अपने पूरे परिवार को करीब 60 लाख रुपये उधार दे रखे हैं। मोइन को भी छह लाख दिए थे। एक जनवरी को सलमान और तीन जनवरी को नईम नासिक से मेरठ पहुंचा था। यहां पांच दिनों में उसने प्लानिंग की और पांच लोगों की हत्या कर दी। -डीके ठाकुर, एडीजी, मेरठ जोन
पुलिसकर्मियों की हिम्मत टूटी थी
सुहेल गार्डन में एक बड़े कमरे के घर का नजारा देखकर क्रूरता भी कांप गई। शव उठाने वाले पुलिसकर्मियों की हिम्मत भी जवाब दे गई। यही कारण था कि शव उठाने वाली महिला पुलिसकर्मी उल्टियां करने लगी थीं। मोईन का परिवार साजिद के एक कमरे के मकान में रह रहा था। कमरा काफी बड़ा था। इसी में रसोई थीं, यहीं पर पूरा परिवार एक साथ सोता था।
विगत गुरुवार को परिवार के लोग छत के रास्ते घर में घुसे। बेड खून से सना था, फर्श पर खून बह रहा था। बेड का बॉक्स खोला गया, उसके अंदर आसमां, का शव बोरे में अंदर था। उसके हाथ पैर बांध रखे थे। सिर पर लोहे की रॉड से वार किया हुआ था। उसके पास बेड के अंदर ही दो साल की अदीबा का शव भी बोरे में था। उसके सिर पर ही लोहे की रॉड से ही वार किया था। अक्सा और जिया का शव बेड की दूसरी साइड में पड़े थे।
चादर की गठरी में था शव
बेड के पास ही चादर की गठरी में मोईन का शव बंधा था। उसके सिर से लेकर शरीर पर लोहे की राड से वार किए गए थे। माना जा रहा है कि परिवार को बचाने के लिए मोईन ने काफी संघर्ष किया। उसके हाथ और पैर भी हत्यारोपितों ने बांध दिए थे। जाते समय मकान के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया था। पुलिस के पहुंचने के बाद ही ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया गया। उसके बाद आसपास के लोगों की काफी भीड़ जमा हो गई। रुड़की से
रुड़की से आया था परिवार
मोईन पिछले दो साल से रुड़की के पुआना में राजमिस्त्री का काम करता था। अचानक ही दो माह पहले रुड़की को छोड़कर सुहैल गार्डन में आ गया। यहां पर उसने साजिद का मकान किराए पर लिया। उस मकान से सौ मीटर की दूरी पर एक प्लाट खरीदा। इस प्लाट पर अपना मकान बना रहा था। बुधवार की शाम तक मकान पर लेंटर डाला था। उसके बाद परिवार के लोग घर आ गए। फिर परिवार का कोई सदस्य घर से नहीं निकला। अचानक ही परिवार रुड़की से क्यों आया? सभी इसे लेकर सकते में थे।
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पांच भाइयों में सबसे मेहनत करता था मोईन
मूल रूप से शाहजहांपुर किठौर का रहने वाला मोईन पांच भाईयों में सबसे मेहनत करने वाला था। शाहजहांपुर से मोईन का परिवार जाकिर कालोनी में आकर रहने लगा था। यहां पर ही उसका निकाह लालकुर्ती की रहने वाली आसमां से हुआ था। आसमां के पिता मास्टर रईस फिलहाल हापुड़ में रहते है। मोईन का छोटा भाई अजीज रोशनाबाद जेल में बंद है। तीन अन्य भाई सुहैल गार्डन में रहते है। घटना के बाद आसमां का भाई शफीक अहमद भी मौके पर पहुंच गया।
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