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    रेलवे स्टेशन से लेकर बस स्टैंड तक.... रातभर ठिठुरते रहे लोग, DM बोले- कल को होगी बातचीत

    Updated: Tue, 30 Dec 2025 01:35 PM (IST)

    मेरठ में कड़ाके की ठंड के बावजूद बेघर लोग रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और बच्चा पार्क जैसे स्थानों पर खुले में सोने को मजबूर हैं। नगर निगम के 13 रैन बसेरे, ...और पढ़ें

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    कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के बीच बेगमपुल के पास रात बिताते बेघर व बेसहारा लोग। जागरण


    सर्वेन्द्र पुंडीर, मेरठ। सोमवार की रात के सन्नाटे के बीच कड़ाके की ठंड। रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस स्टैंड, बेगमपुल और बच्चा पार्क पर खुले आसमान के नीचे फटी चादरों में लिपटे लोग। कहीं पर अलाव के सहारे सोते मिले तो कहीं पर केवल शरीर की गर्मी का ही सहारा था। दूसरी ओर, 130 लोगों के सोने के लिए नगर निगम द्वारा विभिन्न स्थानों पर बनाए गए 13 रैन बसेरे में अधिकांश बेड खाली मिले।

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    ऐसे में सवाल उठता है कि जब नगर निगम ने शहर में 13 रैन बसेरे बनाए हुए है तो लोग खुले आसमान के नीचे क्यों सो रहे हैं? इस स्थिति तब है जब डीएम डा वीके सिंंह ने एक सप्ताह पहले रैन बसेरों का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों को आदेशित किया कि फुटपाथ पर सो रहे लोगों को प्रेरित कर रैन बसेरों में पहुंचाया जाए, इसके बाद भी लोग खुले आसमान के नीचे सोते हुए मिले।

    सिटी रेलवे स्टेशन

    सोमवार की रात 10:30 बजे सिटी स्टेशन के बरामदे व फुटपाथ पर लोग सोते हुए मिले। एक-दो स्थानों इनमें से कुछ लोगो ने अपने स्तर से अलाव की व्यवस्था भी की। कुछ लोग चादर की झोपड़ी बनाकर उसके नीचे सोेते मिले। महिला परमिला ने बताया कि उनके पास घर नहीं है। वह झोपड़ी में ही परिवार के साथ रहती है।

    भैसाली रोडवेज बस स्टैंड

    रात 10:50 बजे यहां बने अस्थायी रैन बसेरे में एक व्यक्ति सोता मिला जबकि यहां क्षमता 10 लोगों के सोने की है। इसी रैन बसेरे के पास एक युवक जमीन पर सोता मिला। एकाएक वहां पुलिस आई और उसको प्रेरित कर रैन बसेरे में ले गई।

    बेगमपुल

    रात 11:15 बजे डिवाइडर पर लोग खुले आसमान के नीचे साेते मिले। आबूलेन बाजार की दुकानों के बाहर की तरफ निकले छज्जे के नीचे भी लोग सोते हुए मिले। इन लोगों को भी नहीं पता कि रैन बसेरे कहा लगे हैं। यहां सोने वालों का कहना है कि वह रोजाना इसी तरह से सोते हैं।

    बच्चा पार्क

    रात 11:30 बजे यहां चर्च के आसपास भी लोग खुले आसमान के नीचे सोते मिलते हैं। यहां नगर निगम द्वारा बनाए गए रैन बसेरे में छह लोग सोते हुए मिले। यहां केयर टेकर भी मिला।

    शहर में यहां-यहां पर है रैन बसेरे

    शहर में कुल 13 रैन बसेरे हैं। नगर निगम टाउनहाल परिसर, जिला अस्पताल, मेडिकल कालेज परिसर, बच्चा पार्क, नौचंदी मैदान, सूरजकुंड महापौर कार्यालय के समीप, सूरजकुंड अस्पताल के समीप, परतापुर, कासमपुर, मुल्तान नगर, भोला रोड, पल्लवपुरम व भैसाली बस स्टैंड शामिल है।

    मंगलवार को इस बाबत नगर आयुक्त से बातचीत होगी। एक सचल टीम का गठन होगा जो रात के समय लोगों को प्रेरित कर रैन बसेरे में ले जाएगी। -डा वीके सिंंह डीएम