दिल्ली-देहरादून हाईवे और मेरठ एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले हो जाएं सतर्क, पुलिस की इस बड़ी चेतावनी को न करें नजरअंदाज
मेरठ में घने कोहरे के कारण दिल्ली-देहरादून सहित कई हाईवे पर दृश्यता कम हो गई है। पीआरवी और टोल प्लाजा लाउडस्पीकर से वाहन चालकों को सुरक्षित ड्राइविंग ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, मेरठ। रात के समय घने कोहरे को देखते हुए दिल्ली- देहरादून, मेरठ- करनाल हाईवे, मेरठ-बुलंदशहर व मेरठ-पौड़ी हाईवे व मेरठ एक्सप्रेसवे पर खड़ी रहने वाली 60 पीआरवी की गाड़ियों ने लाउडस्पीकर से अनाउंस करना शुरू कर दिया। वाहन चालकों को संदेश दिया जा रहा हैं कि रात के समय इंमरजेंसी में ही निकलें। सड़क पर सफेद पट्टी को देखते हुए चले।
आगे चल रहे वाहन से उचित दूरी रखे और लो बीम लाइट बीम लाइट चलाकर रखे। फाग(पीली) लाइट का भी प्रयोग करें। नींद की झपकी आने पर किसी रेस्टोरेंट या पेट्रोल पंप पर वाहन को खड़ा कर दें। सड़क किनारे पर वाहन को कदापि खड़ा न करें। पुलिस की इस अपील के बाद भी वाहन चालकों में कोई खास सुधार दिखाई नहीं दे रहा है। तब भी हाईवे और एक्सप्रेसवे के टोल पर सड़क किनारे ही वाहन खड़े मिले है।
सोमवार रात 10:22 बजे परतापुर इंटरचेंज पर काेहरे में मेरठ एक्सप्रेसवे से उतरने वाले वाहनों को लेकर पुलिस जरा भी सजग नहीं है। एक्सप्रेसवे से दिल्ली रोड पर उतरते ही सड़क किनारे ढाबे संचालित हो रहे है। ढाबों के सामने सड़क पर दो से तीन लेयर में वाहन खड़े हुए है, जो दिल्ली से हरिद्वार जाने वाले वाहनों के लिए बड़ा खतरा बने हुए है। ढाबों के बीच घाट पुलिस चौकी है।
पुलिसकर्मी जीप में बैठे हैं। उससे कुछ दूरी पर पीआरवी खड़ी हुई हैं, जो लाउडस्पीकर से अनाउंस कर रहे है। हूटर बजाकर वाहन चालकों को जागरूक कर रहे है। सुभारती मेडिकल कालेज पर भी पुलिस चौकी है, लेकिन वहां भी पुलिसकर्मी दूर दूर तक नजर नहीं आ रहे है।
हालांकि यहां पर लाइट अधिक होने की कोहरा कुछ कम जरूर हो जाता है, पर होटलों में जाने वाले वाहन भी हादसे को दावत दे रहे है। बागपत फ्लाइओवर से हरिद्वार की तरफ उतरते ही वाहन खड़े है, जो कोहरा ज्यादा होने पर सड़क किनारे खड़े है। यहां भी बड़ा हादसा हो सकता है। रोहटा और कंकरखेड़ा फ्लाओवर तब भी रेस्टोरेंट के बाहर सड़कों पर वाहन खड़े है।
मोदीपुरम पुलिस चौकी के सामने भी वाहन खड़े थे। उसके बाद भी पुलिस वाहनों को हटा नहीं पा रही थी। कोहरे अधिक होने के चलते ही सभी वाहन लाइन में लगकर जलते दिखाई दे रहे थे। हालांकि पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मी लाउडस्पीकर से अनाउंस कर वाहन चालकों को कोहरे से बेचने के लिए अलर्ट कर रहे थे।
काेहरे का आलम यह था कि दस फीट की दूरी तक भी कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। खुद ब खुद ही चालक एक के पीछे एक वाहन लगाकर चल रहे थे। दोनों तरफ के वाहन लाइन में लगकर ही चल रहे थे। ज्यादातर वाहन रोडवेज की बसों के पीछे लगाकर चल रहे है। ज्यादातर वाहनों ने कोहरे से निपटने के लिए फाग लाइट जरूर लगा रखी थी। कोहरे की वजह से कुछ ट्रक चालक तो आगे चलने का साहस भी नहीं जुटा पा रहे है।
मवाना और सरधना हाईवे पर कोहरे की चादर में जकड़े रहे वाहन :
मवाना और सरधना रोड पर कोहरे की चादर इतनी गहरी थी कि सड़क तक दिखाई नहीं दे रही। सड़कों से पुलिस व्यवस्था पूरी तरह से नदारद है। चौकी पर पुलिस ने वाहनों को रोक कर एक साथ चलने की कोई व्यवस्था नहीं बनाई गई है। खुद ही वाहन चालक एक दूसरे के पीछे वाहनों को दौड़ाकर चल रहे है।
दिल्ली देहरादून हाईवे पर पड़ने वाली पुलिस चौकियों पर तैनात पुलिसकर्मियों को मुस्तैदी से ड्यूटी करने के आदेश दिए है। सभी पीआरवी लाउडस्पीकर से अनाउंस कर रही है। साथ ही टोल प्लाजा से भी वाहन चालकों को जागरूक किया जा रहा है। सेक्टर चेकिंग करने वाले अधिकारी को भी पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मियों के अलर्ट रहने की जिम्मेदारी सौंपी गई। -डा. विपिन ताडा, एसएसपी

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