Meerut Accident News: हादसे के बाद बेकाबू हुई भीड़ ने सड़क पर जाम लगाकर की तोड़फोड़, विधायक की कार तोड़ी
राली चौहान गांव में कांवड़ियों की करंट से मौत के बाद भीड़ बेकाबू हो गई। किला परीक्षितगढ़-मेरठ रोड पर जाम लगाकर वाहनों के साथ तोड़फोड़ की गई। किठौर विध ...और पढ़ें

मेरठ, जागरण संवाददाता: राली चौहान गांव में कांवड़ियों की करंट से मौत के बाद भीड़ बेकाबू हो गई। किला परीक्षितगढ़-मेरठ रोड पर जाम लगाकर वाहनों के साथ तोड़फोड़ की गई। किठौर विधायक शाहिद मंजूर की कार को भी भीड़ ने रोक कर शीशे पर पत्थर फेंके। उसके बाद विधायक भीड़ के बीच से निकल गए। लोगों में आक्रोश था कि सूचना देने के बाद भी पुलिस एक घंटे देरी से पहुंची है।
सीओ सदर देहात देवेश कुमार ने भीड़ को समझाने का प्रयास किया। लोगों ने सीओ का घेराव कर नारेबाजी शुरू कर दी। इसी बीच गांव में लेखपाल बालेंद्र पहुंचे। ग्रामीणों ने लेखपाल के साथ धक्का मुक्की कर दी। आरोप था कि लेखपाल ने सड़क के दोनों तरफ मकान बनवा दिए हैं, जिसकी वजह से सड़क छोटी पड़ गई। यदि सड़क बड़ी होती तो यह हादसा नहीं होता। पुलिस ने भीड़ के कब्जे से लेखपाल को बचाया।
भीड़ ने विपिन चौधरी को दौड़ाया
इसी बीच सपा के जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी भी मौके पर पहुंचे थे। भीड़ ने विपिन चौधरी को माैके से दौड़ा दिया। उसके बाद भी भीड़ का गुस्सा शांत नहीं हुआ। तभी एसडीएम, एडीएम और एसपी देहात भी मौके पर पहुंच गए। भीड़ को समझाने का प्रयास किया।
उनकी मांग थी कि डीएम और एसएसपी मौके पर पहुंचें। साथ ही बिजली विभाग के अवर अभियंता, लेखपाल और थाना प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग की है। साथ ही बिजली की लाइन को उक्त मार्ग से हटाने को कहा गया है।
रातभर अपनों को तलाशते रहे लोग
हादसे के बाद सभी लोग बाइक पर बैठाकर अपनों को लेकर अस्पताल पहुंचे। उसके बाद गांव में इतना अफरा तफरी मच गई कि सभी अपने-अपने परिवार के सदस्यों को तलाशने लगे थे। उसके बाद परिवार के लोगों ने कई अस्पतालों के चक्कर लगाए, कुछ लोगों को पोस्टमार्टम पर ही उनके परिवार का सदस्य मिल पाए। पोस्टमार्टम हाउस पर भी परिजनों की भीड़ जमा हो गई। कुछ घायलों को उनके परिवार ने निजी अस्पतालों में ढूंढ लिया।
थाना पुलिस को भीड़ ने दौड़ाया
हादसे के काफी देर बाद मौके पर भावनपुर पुलिस पहुंची थी। भीड़ ने पुलिस को काफी दूर तक दौड़ाया। उसके बाद सीओ देवेश कुमार मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। उसके बाद भी ग्रामीणों ने पुलिस और बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की है। पुलिस ने ग्रामीणों को शांत कर जाम खुलवाने का काफी प्रयास किया है। उसके बाद भी देर रात तक ग्रामीणों ने जाम नहीं खोला।

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