'जब बसकी नहीं है तो...', ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड ने ऐसा क्या कहा कि हो गया हंगामा, हाथ जोड़कर मांगनी पड़ी माफी
मेरठ के कंपनी बाग मोड़ पर होमगार्ड द्वारा कांवड़ियों से अभद्र व्यवहार करने पर हंगामा हो गया। कांवड़ियों को एक विशेष मार्ग से जाने से रोकने पर विवाद हुआ जिसके बाद होमगार्ड ने आपत्तिजनक टिप्पणी की। मामला बढ़ने पर पुलिस ने हस्तक्षेप किया और होमगार्ड ने माफी मांगी जिसके बाद कांवड़िये आगे बढ़े।

जागरण संवाददाता, मोदीपुरम। कंपनी बाग के मोड़ पर मंगलवार को हंगामा हेा गया। वहां ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड ने पैदल जा रहे दो कांवड़ियों कहा कि जब बसकी नहीं है तो कांवड़ क्यूं ला रहे हो। इस पर कांवड़ियों ने हंगामा कर दिया। पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। हंगामा बढ़ता देख पुलिसकर्मियों के कहने पर होमगार्ड ने हाथ जोड़कर माफी मांगी, जिसके बाद मामला शांत हुआ और कांवड़िये आगे बढ़ गए।
मेरठ निवासी चार, पांच कांवड़िये हरिद्वार से पैदल कांवड़ लेकर आ रहे थे। कंपनी बाग के मोड़ से कांवड़िये कंकरखेड़ा जाने वाले रास्ते से बाबा औघड़नाथ मंदिर की ओर जाने लगे। मोड़ पर तैनात पुलिसकर्मियों ने कांवड़ियों को रोका और टैंक चौराहे के सामने से जाने को कहा।
कांवड़ियों ने कारण पूछा तो कहा गया कि सेना के जवान इस तरफ से नहीं जाने दे रहे। इस पर कांवड़ियों कहा कि वह पैदल चलकर आए हैं, जिस वजह से थके हैं। इस रास्ते से जाने पर वह जल्दी मंदिर पहुंच जाएंगे।
आरोप है कि इसी बात वहां तैनात होमगार्ड ने कांवड़ियों से कहा कि जब बसकी नहीं है कि कांवड़ क्यूं ला रहे हो। इस पर कांवड़ियों ने हंगामा कर दिया। राहगीर रूके और मामला जाना तो वह भी होमगार्ड की गलती बताने लगे।
हंगामा बढ़ता देख एक महिला दारोगा और एक पुरुष दारेागा समेत अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और मामला शांत करने का प्रयास किया। जिस पर कांवड़ियों और राहगीरों ने कहा कि माफी मांगने के बाद ही यहां से जाएंगे। कांवड़िये अपने को बजरंग दल के कार्यकर्ता बता रहे थे। जिस पर होमगार्ड ने हाथ जोड़कर माफी मांगी, जिसके बाद कांवड़िये वहां से चले गए।
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