अंतरराज्यीय साइबर ठग अलाउद्दीन पर एक और मुकदमा, पुलिस ने किया गिरफ्तार; संपत्ति की भी जांच करेगी पुलिस
मेरठ पुलिस ने एक महीने की मशक्कत के बाद अंतरराज्यीय साइबर ठग अलाउद्दीन मलिक को गिरफ्तार किया। वह दुबई में बैठकर कई राज्यों में लोगों से साइबर ठगी करता था। पुलिस ने उसके साथियों को पहले ही जेल भेज दिया है। अलाउद्दीन पर एक और खाता इस्तेमाल करने का आरोप लगा है। उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। उसकी संपत्ति की जांच भी की जा रही है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। एक माह की जद्दोजहद के बाद आखिरकार अंतरराज्यीय साइबर ठग अलाउद्दीन मलिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसकी संपत्ति को लेकर भी जांच बैठा दी गई है।
बिजली बंबा रोड निवासी अलाउद्दीन मलिक दुबई में बैठकर उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, झारखंड और दिल्ली राज्य के कई शहरों में लोगों से करोड़ों की साइबर ठगी कर चुका है। पुलिस ने अलाउद्दीन के साथी वकार निवासी अहमद नगर लक्खीपुरा, शाहरूख निवासी सुहैल गार्डन मिलन पैलेस, मोनू निवासी अहमद नगर और समीर निवासी अहमद नगर को जेल भेज दिया।
अलाउद्दीन ने साइबर ठगी की रकम अशरफ चौधरी के उमर पंप के खाते में डालकर निकाली गई। पुलिस इस मामले की भी गहनता से जांच कर रही है। पुलिस की सेटिंग से अलाउद्दीन हाईकोर्ट से जमानत पा गया। तब डीआइजी कलानिधि नैथानी ने मामले में संज्ञान लिया। तब अलाउद्दीन से पूछताछ की गई। जांच में कई अहम जानकारी पुलिस को मिली है। अलाउद्दीन के मद्दगारों पर भी पुलिस कार्रवाई कर सकती है। मंगलवार को साइबर थाने में लिसाड़ीगेट के शहजाद पुत्र मुस्ताक ने अलाउद्दीन के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज कराया।
आरोप है कि उसका खाता दो माह से प्रयोग कर रहा था। खाते में साइबर ठगी की रकम आती थी। उसका एटीएम कार्ड भी अलाउद्दीन के पास है। पुलिस ने अलाउद्दीन को गिरफ्तार कर लिया। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि बुधवार को अलाउद्दीन को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जाएगा। उसके अन्य साथियों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।
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