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    बुलंदशहर: ननिहाल पहुंचीं आइएएस टापर श्रुति शर्मा, बोलीं- लक्ष्य तय कर परिश्रम करने से मिलती है सफलता

    By Parveen VashishtaEdited By:
    Updated: Sat, 16 Jul 2022 03:41 PM (IST)

    यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा 2021 में बिजनौर जिले के बास्‍टा निवासी श्रुति शर्मा ने पहला स्थान स्थान प्राप्त किया था। आइएएस टापर श्रुति शर्मा का ननिहाल बुलंदशहर जिले की स्याना तहसील के गांव चित्सौना अलीपुर में हैं। स्याना नगर में उन्‍होंने पूर्व प्रधानाचार्य भीमसेन त्यागी से भेंट की।

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    ननिहाल पहुंचीं आइएएस टापर श्रुति शर्मा, बोलीं- लक्ष्य बनाकर परिश्रम करने से मिलती है सफलता

    बुलंदशहर, जागरण संवाददाता। स्याना नगर आगमन पर लोगों ने आइएएस टापर श्रुति शर्मा का जोरदार स्वागत किया। श्रुति अपने माता-पिता के साथ नगर के बुगरासी चौराहा स्थित एसबी इंटर कालेज बीबी नगर के पूर्व प्रधानाचार्य भीमसेन त्यागी के आवास पर अपने माता-पिता और नानी के साथ पहुंचीं। वहां मौजूद लोगों ने उन पर पुष्प वर्षा की और बधाई देकर मिठाई भी खिलाई। श्रुति का ननिहाल भी स्‍याना तहसील क्षेत्र के ग्राम चित्सौना अलीपुर में है। 

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    बीबी नगर में पढ़ीं हैं श्रुति की मां 

    श्रुति की मां रचना देवी को भीमसेन त्यागी ने पढ़ाया था। पूर्व प्रधानाचार्य ने बताया कि श्रुति अपने माता-पिता के साथ अक्सर उनके आवास पर आती थीं। इसे भी वह अपना ननिहाल ही मानती हैं। आइएएस का परिणाम आने से पहले भी वह उनके आवास पर आई थीं। उस दौरान श्रुति ने वादा किया था कि आइएएस बनने के बाद वह अपनी मां के गुरुजी से आशीर्वाद लेने जरूर आएंगी। श्रुति शर्मा ने बताया कि लगन के साथ लक्ष्य बनाकर किया गया परिश्रम अपेक्षित सफलता दिलाता है।  

    बिजनौर जिले के अपने गांव में बीता है श्रुति का बचपन 

    बिजनौर जिले के तहसील मुख्‍यालय चांदपुर से करीब दस किलोमीटर दूर स्थित गांव बास्टा निवासी स्व. डा. देवेंद्र शर्मा के छोटे पुत्र सुनील दत्त शर्मा की पुत्री श्रुति शर्मा का जन्म एक मार्च 1997 को यहीं हुआ। बचपन तो गांव में ही बीता, लेकिन सुनीत दत्त शर्मा बच्चों को लेकर दिल्ली में बस गए। वह आर्किटेक्ट इंजीनियर हैं। श्रुति की प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के सरदार पटेल विद्यालय में हुई। यहीं से उन्होंने इंटरमीडिएट किया। 

    बीए करते हुए बनाया सिविल सेवा में जाने का लक्ष्य

    उसके बाद सेंट स्टीफन कालेज दिल्ली यूनिवर्सिटी से इतिहास में बीए आनर्स किया। वह बचपन से ही काफी होनहार रही। बीए करते हुए ही उन्होंने सिविल सेवा में जाने का लक्ष्य बना लिया था। बीए आनर्स करने के बाद श्रुति ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ही माडर्न हिस्ट्री में एमए किया। उसके बाद जामिया मिलिया इस्लामिया में आरसीए से कोचिंग ली। वर्ष 2021 में यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुई। जिसमें उन्होंने सफलता के झंडे गाड़ते हुए पहली रैंक हासिल की। श्रुति के पिता सुनील दत्त शर्मा काफी समय से पहले ही दिल्ली चले गए थे। वर्तमान में वह ईस्ट आफ कैलाश, साउथ दिल्ली में रहते हैं। 

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