ऊपर-नीचे असली और बीच में रद्दी लगाकर देते थे गड्डियां... मेरठ में नकली नोटों का भंडाफोड़, हेडकांस्टेबल समेत 4 गिरफ्तार
मेरठ के मवाना में हेडकांस्टेबल समेत चार जालसाजों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये लोग नकली करेंसी देने के नाम पर ठगी करते थे। हेडकांस्टेबल इमरान इस गिरोह का सरगना है और उसने अपने रिश्तेदारों को मिलाकर ये गैंग बनाया था। ये लोग कांवड़ यात्रा में नकली नोट चलाने की फिराक में थे। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है।

जागरण संवाददाता, मेरठ : मुरादाबाद के तीन दोस्तों से जाली करेंसी देने के बदले दस लाख 40 हजार रुपये ठगने के आरोपित सरगना हेडकांस्टेबल समेत चार शातिरों को गुरुवार रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तीन आरोपित भाग निकले। उनके कब्जे से कागज लगी 500-500 रुपये की 18 गड्डी और 200 रुपये की 19 गड्डी बरामद हुई। सभी गड्डियों में ऊपर नीचे 25 हजार छह सौ रुपये के असली नोट लगे थे।
मुरादाबाद निवासी आलम और नदीम नय्यर उर्फ नदीम महाराष्ट्र व तेलंगाना में कपड़े व कॉस्मेटिक के सामान की फेरी करते थे। दो वर्ष पूर्व उनकी मुलाकात मेरठ निवासी अतीकुर्रहमान से हुई। अतीकुर्रहमान ने बताया कि उसकी पहचान नकली करेंसी बाजार में खपाने वाले जावेद निवासी शामली व मोहसिन निवासी मेरठ से है। वह एक लाख रुपये के बदले तीन लाख रुपये के जाली नोट देते हैं।
जावेद ने पांच लाख रुपये बदलने की शर्त रख दी
ईद पर दोनों दोस्त इमरान के साथ अतीकुर्रहमान के घर पहुंचे। वहां जावेद भी मिला। जावेद ने 100, 200 और 500 रुपये के जाली नोटों की गड्डी दिखाते हुए कम से कम पांच लाख रुपये बदलने की शर्त रख दी। 20 हजार रुपये एडवांस तथा ऑनलाइन से 20 हजार रुपये भेजे। 18 मई को तीनों लोग 500-500 नोट के दस लाख रुपये लेकर बेगमपुल पहुंचे। यहां अतीकुर्रहमान के माध्यम से जावेद ने सलीम को नकली नोटों से भरा बैग लेकर बुलाया। इन लोगों ने जैसे ही बैग बदले विटारा गाड़ी में सवार दो पुलिस वाले निकले। ये लोग रिवाल्वर के दम पर दोनों बैग ले गए। इसकी शिकायत उन्होंने एसएसपी डा विपिन ताड़ा से की।
एसएसपी ने दी जानकारी
एसएसपी ने बताया कि गुरुवार रात गिरोह के सरगना हेडकांस्टेबल इमरान निवासी मुजफ्फरनगर, उसके साले वसीम, सलीम, हासिम निवासी मेरठ को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से लग्जरी कार, 500 के नोट ऊपर नीचे कागज बीच में लगी 18 गड्डी, व ऐसे ही 200 रुपये की 19 गड्डी बरामद हुई। अतीकुर्रहमान, जावेद, मोहसिन भाग निकले। चारों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।
गाजियाबाद में तैनात हेडकांस्टेबल निलंबित
हेडकांस्टेबल इमरान की मवाना में ससुराल है। वह कई लोगों को निशाना बना चुका है। उसने उक्त धंधे में अपने साले वसीम को भी जोड लिया और गाड़ी में वह एक वर्दी अलग रखता था और ऐसे समय में उसे पहना देता था। वह घटना को अंजाम देकर ड्यूटी पर चला जाता था। आरोपित हेडकांस्टेबल इमरान को निलंबित कर दिया गया है।
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