नेशनल खिलाड़ी का शोषण मामला : कमरे में करतूत, पर्दे के पीछे कैमरा और फिर ब्लैकमेलिंग शुरू
मेरठ में लोगों को प्रेमजाल में फंसाकर ब्लैकमेल करने का पूरा गिरोह सक्रिय है। लोगों की आपत्तिजनक वीडियो बनाई जाती है और फिर ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू होत ...और पढ़ें

मेरठ,जेएनएन। यह मामला महज एक खिलाड़ी से जुड़ा नहीं है। लोगों को प्रेमजाल में फंसाकर ब्लैकमेल करने का पूरा गिरोह सक्रिय है। लोगों की आपत्तिजनक वीडियो बनाई जाती है और फिर ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू होता है। खिलाड़ी के हाथ कुछ वीडियो लगीं तो इसका राजफाश हुआ।
इस तरह फंसाया जाता है प्रेमजाल में
पीड़िता की मानें तो शिकार को फंसाने से पहले कहानी की पटकथा तैयार की जाती है। अलग-अलग तरह की बातें कर प्रेमजाल में फंसाया जाता है। कमरे में एक पर्दा लगा है,जिसमें छेद है। शर्मनाक खेल शुरू होते ही परदे के छेद से वीडियोग्राफी शुरू हो जाती है। उसी वीडियो को घर दिखाने या वायरल करने की धमकी देकर वसूली का खेल खेला जाता है। शिकार हुए लोगों में एक स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल है। खिलाड़ी ने बताया कि वीडियो बनाकर स्वास्थ्यकर्मी से चार लाख रुपये ऐंठे गए। इसके अलावा भी कई अन्य लोगों को हनीट्रैप का शिकार बनाया गया।
वीडियो क्लिप ने खोली करतूत
प्रताड़ना का दंश ङोल रही खिलाड़ी के हाथ कुछ वीडियो क्लिप लगी हैं, जिन्होंने मां की करतूत खोल दी है। एनजीओ को वीडियो सौंपते हुए खिलाड़ी का सिर भी झुक गया। उसने बताया कि उसकी मां एक व्यक्ति के साथ मिलकर हनी ट्रैप बिछाती है। मां जाल में फंसाकर आपत्तिजनक अवस्था में आती है और उसका सहयोगी वीडियो बनाकर बाद में ब्लैकमेल करता है।
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भाई ने भी किया था दुष्कर्म का प्रयास
पीड़िता ने बताया कि उसका भाई भी मां का ही साथ देता है। उसने घर में चल रही करतूतों का विरोध किया तो भाई ने भी उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। हालांकि,उसने भविष्य में मुंह न खोलने का वादा कर खुद को बचाया।
मां के सामने ही शर्मसार कर देता है तांत्रिक
खिलाड़ी का कहना है कि उसकी मां के पास कई लोगों का आना-जाना है। उनमें से एक तांत्रिक भी है। पीड़िता का आरोप है कि यह तांत्रिक उसे उसकी मां के सामने ही शर्मसार कर देता है। वह मां के सामने ही उसे कमरे में चलने के लिए दबाव डालता है।
एनजीओ गोद लेने को तैयार
यथार्थ के सारथी संस्था की अध्यक्ष जूही त्यागी का कहना है कि उनकी एनजीओ हर कदम पर खिलाड़ी के साथ है। अगर कोई कानूनी दावपेंच आड़े नहीं आया तो उनकी संस्था खिलाड़ी को गोद लेने को भी तैयार है। इसके अलावा महिला आयोग,खेल व शिक्षा जगत से जुड़े लोगों तथा नारी सशक्तिकरण से जुड़े संगठनों से भी संपर्क किया जाएगा।
कोच-खिलाड़ियों को सलाम
एक के बाद एक मुकाम हासिल कर होनहार बिटिया आगे बढ़ रही थी। लेकिन, अचानक खेल के मैदान से गायब हो गई। संपर्क किया तो पता चला कि उसने खेलना छोड़ दिया है। कोच ने काउंसिलिंग की और साथी महिला खिलाड़ियों ने हिम्मत दी तो आपबीती सुना दी, जिसे सुनकर सब सन्न रह गए। इसके बाद सभी ने हिम्मत दी और ढांढस बंधाया। आखिरकार आठ माह की मेहनत रंग लाई और खिलाड़ी जुल्म के खिलाफ आवाज उठाने को तैयार हो गई।
आखिर पति ने क्यों छोड़ा साथ
अपनों के बीच उत्पीड़न की इस कहानी में दर्दनाक मोड़ तब आया, जब पिता ने भी साथ छोड़ दिया। एथलीट ने बताया कि उसका पिता उसकी मां के कारनामों का विरोध करता था। इसको लेकर कई बार विवाद भी हुआ। मां ने पिता पर बड़ी बेटी के साथ दुष्कर्म का आरोप लगा दिया, जिसके बाद पिता ने मां को तलाक दे दिया।
हद है, अपराध मुक्त मुहिम से जुड़ा है तांत्रिक
पीड़ित खिलाड़ी का कहना है कि उस पर गलत नजर रखने वाला तांत्रिक एक संस्था से जुड़ा हुआ है। संस्था अपराध मुक्ति की दिशा में काम करती है। आरोप है इस तरह की संस्था से जुड़ा कोई व्यक्ति मां की करतूत में शामिल हो सकता है, यह उसे विश्वास नहीं हो रहा।
घर में बैठकर पीते हैं शराब
पीड़िता का कहना है कि उसके घर आने वाले लोग कमरे में बैठकर शराब पीते हैं। खाने-पीने का सामान देने के लिए उसे उनके सामने भेजा जाता है। मना करने पर उसे प्रताड़ित किया जाता है।

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