बेटियों का नशा करना अधिक चिंताजनक, इसे छोड़ें वरना अपने बच्चों को क्या सिखाएंगी, CCSU के समारोह में बोलीं राज्यपाल
Governor Anandiben Patel राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने CCSU के दीक्षा समारोह में शिक्षण संस्थानों में छात्राओं के भी नशे में लिप्त होने पर चिंता जताई। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसरों को नशामुक्त करने का आह्वान किया। छात्राओं से कहा कि नशे से दूर रहें अन्यथा वे अपने बच्चों को क्या सिखाएंगी। उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर दिया। ऑनलाइन गेमिंग से सतर्क रहने की सलाह दी।

जागरण संवाददाता, मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शिक्षण संस्थानों के दीक्षा समारोह में मेधावियों को सम्मानित करने आईं कुलाधिपति और प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बेटियों के भी नशे में लिप्त होने पर गहरी चिंता व्यक्त की। कहा कि तीन दिनों की यात्रा के दौरान उन्हें मिली रिपोर्ट बेहद चिंताजनक है। युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में जकड़ती जा रही है, जबकि प्रधानमंत्री विकसित भारत बनाने में युवाओं के योगदान को सबसे अहम मान रहे हैं।
टीम की जांच में विश्वविद्यालय परिसरों में मिले नशे के प्रमाण
राज्यपाल ने कहा कि उनकी टीम को जांच में विश्वविद्यालय परिसरों में नशा अधिक देखने को मिला है जो कतई देश के भविष्य के लिए ठीक नहीं है। इस नशे के सेवन में छात्राओं के भी शामिल होने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने एक ओर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय परिसरों को नशामुक्त करने का आह्वान किया, वहीं छात्रों को नशे से दूर रहकर भविष्य बचाने का आह्वान किया है। राज्यपाल ने छात्राओं से कहा कि यदि आज खुद नशे के सामग्रियों के सेवन करेंगी तो कल खुद मां बनाने पर अपने बच्चों को क्या सिखाएंगी।
187 मेधावियों को 245 स्वर्ण पदक प्रदान किए
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के 37वें दीक्षा समारोह में 187 मेधावियों को 245 स्वर्ण पदक प्रदान करने के बाद राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय समय समय पर पूरे परिसर की जांच करें। विशेष तौर पर छात्रावासों की जांच की जाएं। नशे के सामग्री मिलने पर विद्यार्थियों को समझाएं, चेतावनी दें, चिकित्सकों को आंतरिक कर नशे के दुष्प्रभाव के बारे में बताएं और युवा पीढ़ी को नशे के सेवन न करने के लिए प्रेरित और जागरूक करें।
माता स्वस्थ होगी, तभी भविष्य स्वस्थ रहेगा
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने नवरात्रि के पहले दिन सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जब माता स्वस्थ होगी तभी देश का भविष्य स्वस्थ रहेगा। तभी देश के विकास में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अधिक सशक्त बनाने के लिए की महिलाओं को केंद्रित कर विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं जिससे 2047 के विकसित भारत में महिलाओं की भागीदारी को और बढ़ाया जा सके।
ऑनलाइन गेमिंग में न फंसे युवा
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि ऑनलाइन गेमिंग का युवा पीढ़ी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। अब नए कानून से कुछ बदलाव होगा लेकिन युवाओं की इससे सतर्क रहने की जरूरत है। राज्यपाल ने कहा कि भारतीय पारंपरिक खेल आज भी प्रासंगिक और लोकप्रिय हैं। भारतीय खेलों कबड्डी, गिल्ली डंडा आदि को ऑनलाइन गेमिंग में लाना चाहिए, जिससे युवा अपने खेलों से जुड़ सकें।
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