तीन गुना महंगे ग्रीन पटाखों को खरीदने से बच रहे लोग
सुप्रीम कोर्ट ने दीपावली पर रात आठ से दस बजे के बीच पटाखे चलाने का समय निर्धारित किया है। त्योहार पर ग्रीन पटाखे चलाने का आदेश है
मेरठ, जेएनएन। सुप्रीम कोर्ट ने दीपावली पर रात आठ से दस बजे के बीच पटाखे चलाने का समय निर्धारित किया है। त्योहार पर ग्रीन पटाखे चलाने का आदेश है, लेकिन इनकी कीमत अन्य पटाखों से तीन गुना ज्यादा है। ऐसे में लोग ग्रीन पटाखों से दूरी बनाते नजर आ रहे हैं। ग्रीन पटाखों में केवल अनार व फूलझड़ी ही उपलब्ध हैं। जीमखाना मैदान में केवल अभी तक 15 दुकानें लगी हैं, जबकि प्रत्येक वर्ष धनतेरस तक करीब 50 दुकानें लग जाती थीं। पटाखा दुकानदारों के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पटाखों की बिक्री में 50 फीसद तक गिरावट आई है। अन्य पटाखों की रेंज भरपूर
गुप्ता थोक विक्रेता के संचालक विभोर गुप्ता ने बताया कि इस बार ब्लॉस्मस, रेड कोस्को व पेंटा स्काई कुछ पटाखे बाजार में नए आए हैं। इसके अलावा दुकान पर सेवन शॉट, जॉय-30, स्काई बूस्टर, ट्राईकलर अनार, पांच-पांच तरह के रॉकेट व चकरी, तीन तरह की फूलझड़ी, अनार बम, सुतली बम, आलू बम, क्लासिकल हाइड्रो, बुलेट बम, चटर-पटर, पॉप-पॉप, माचिस बम, पेंसिल, रंगीन माचिस, लड़ी, बिजली बम आदि वैरायटी बाजार में हैं।
सोलर लाइट से जगमग हुआ आबूलेन
दीपावली में व्यापारियों की ओर से आबूलेन को दुल्हन की तरह से सजाया गया है। शुक्रवार को इस सजावट को बढ़ाते हुए कैंट बोर्ड की ओर 11 पोल पर 22 सोलर लाइटें लगाई गई। कुछ समय पहले ठेकेदार ने भुगतान न होने पर अपनी सभी लाइटों को उतार लिया था। दीपावली से पहले आबूलेन में सोलर लाइटों को लगाने की मांग सदस्यों की ओर से की जा रही थी। जिसके बाद कैंट बोर्ड इसे ढ़ाई लाख रुपये की लागत से लगाया है। इससे पहले की लाइट साढ़े चार लाख रुपये में लगी थी। जिसका भुगतान कैंट बोर्ड ने नहीं किया।