निलंबित IAS अभिषेक प्रकाश के सहयोगी निकांत और सुकांत के सभी ठिकानों पर एक साथ ईडी का छापा, पुलिस ने दी जानकारी
मेरठ में निलंबित आईएएस अभिषेक प्रकाश के सहयोगी निकांत जैन और सुकांत जैन के ठिकानों पर ईडी ने छापा मारा। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के एक मामले में की गई। आरोप है कि उनकी फर्म ने एक स्थानीय तेल केंद्र को घटिया केरोसिन तेल की आपूर्ति की थी जिसके बाद धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस के अनुसार परिवार 2018 से शहर में नहीं है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। निलंबित आइएएस अभिषेक प्रकाश के सहयोगी और एसएसजे एग्रोटैक के मालिक निकांत जैन और भाई सुकांत जैन के सभी ठिकानों पर ईडी ने एक साथ छापामारी की। ईडी के अफसरों ने उनके पैतृक आवास के बारे में भी पुलिस अफसरों से जानकारी ली।
बताया गया कि यह परिवार 2018 के बाद शहर में आया ही नहीं हैं। उनके खिलाफ सात साल पहले कंकरखेड़ा थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ था। उक्त दोनों भाईयों की 21 मार्च को लखनऊ में भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तारी की गई थी।
कंकरखेड़ा के नंगलाताशी निवासी शालू पत्नी रोबिन चौधरी की फर्म मैसर्स त्रिधा आयल सेंटर है। यह फर्म करोसीन को थोक में बिक्री करती थी। फर्म ने नाै साल पहले मैसर्स एसएसजे एग्रोटैक प्रा.लि. विशाल खंड गौतमी नगर लखनऊ के मालिक सुकांत जैन और निकांत जैन निवासी शांतिनगर रेलवे से से एग्रीमेंट किया था।
एसएसजे एग्रोटैक ने मेरठ में त्रिधा आयल सेंटर को अपना डिस्टीब्यूटर नियुक्त किया था। उक्त फर्म ने त्रिधा आयल सेंटर को सुपिरियल कैरोसिन आयल घटिया क्वालिटी को दे दिया। पीड़ित शालू की तरफ से पुलिस ने कंकरखेड़ा थाने में दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी का मुकदमा कराया था।
उक्त मुकदमें में चार्जशीट लगा दी गई। 21 मार्च को निकांत जैन और सुकांत जैन पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया। उक्त दोनों भाई निलंबित आइएएस अभिषेक प्रकाश के सहयोगी है। दोनों भाईयों के ठिकानों पर गुरुवार को ईडी में लखनऊ, नोएडा समेत कई ठिकानों पर छापामारी की।
ईडी के अफसरों ने दोनों भाईयों के बारे में जानकारी मांगी थी। चाचा संजय जैन ने बताया कि यह परिवार कई साल पहले लखनऊ चला गया था। इसी के चलते ईडी ने यहां कोई छापामारी नहीं की। दिनभर ईडी की छापामारी की अफवाह दौड़ती रही। एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि ईडी की तरफ से छापामारी की उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।