कड़ाके की ठंड का दिल-दिमाग, गुर्दे और फेफड़ों पर असर; डॉक्टरों ने बताया बरतें ये सावधानी
Cold Weather ठंड का मौसम शुरू होते ही अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। दिल फेफड़े गुर्दे लकवे सांस और ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। गले के संक्रमण व निमोनिया के मामले भी काफी आ रहे हैं। विशेषज्ञ चिकित्सक कड़ाके की ठंड में सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। पढ़ें ठंड में मरीजों को किस प्रकार की दिक्कतें आ रही हैं।

जागरण संवाददाता, मेरठ। ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज सहित सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में दिल, फेफड़े, गुर्दे, लकवे, सांस और ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। गले के संक्रमण व निमोनिया के मामले भी काफी आ रहे हैं। अस्पतालों की ओपीडी से लेकर वार्ड तक 70 प्रतिशत मरीज इन्हीं बीमारियों के हैं। विशेषज्ञ चिकित्सक कड़ाके की ठंड में सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं...।
हार्ट अटैक की हो रही समस्या
ठंड से मरीजों में ये आ रही हैं समस्याएं
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खून की नसों में सिकुड़न व रुकावट। -
सांस की नली में सिकुड़न। -
फेफड़ों की कार्य क्षमता प्रभावित होना। -
शरीर में आक्सीजन लेवल का गिरना। -
शुगर लेवल और बीपी का बढ़ना। -
दिमाग की नसों में थक्का बन जाना। -
गुर्दे की कार्य क्षमता प्रभावित होना व पैरों में सूजन। -
अर्थराइटिस की समस्या, घुटनों, जोड़ों में दर्द।
कोहरे में सांस, दिल, बीपी के रोगी घर से बाहर न निकलें। धूप निकलने पर ही बाहर निकलें। ब्लड प्रेशर व शुगर लेवल नियंत्रित रखें। नियमित दवाएं लें। सांस के रोगी इनहेलर का नियमित उपयोग करें। जरूरत लगे तो दवा की डोज बढ़ा दें। वायरल संक्रमण होने पर मरीज को अलग कमरे में रखें। जुकाम-खांसी वाले मरीज मास्क का उपयोग करें। ताकि संक्रमण दूसरे व्यक्ति को न हो। किसी अंग में कमजोरी या सुन्न पन, सांस लेने में दिक्कत व सीने में दर्द महसूस हो तो तत्काल चिकित्सीय सलाह लें।
कड़ाके की ठंड में हाइपरटेंशन, डायबिटीज और कोलेस्ट्राल का स्तर बढ़ने से खून की नसों में थक्का बनने से रुकावट हो रही है। इससे हार्ट अटैक व ब्रेन स्ट्रोक की समस्या बढ़ गई है। चिकनाई युक्त व अत्यधिक नमक वाला भोजन न करें। दिनभर में पांच ग्राम नमक से ज्यादा सेवन न करें। बीपी-शुगर, दिल के रोगी ज्यादा ध्यान दें। गुनगुना पानी लें। ठंड में प्यास नहीं महसूस होती है। पानी की कमी से दिक्कत हो सकती है।
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