Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    CCSU की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल, कैंपस से तीरंदाजी के खिलाड़ियों के लाखों के उपकरण चोरी

    By AMIT KUMAR TIWARIEdited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Sat, 27 Dec 2025 02:31 PM (IST)

    चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (CCSU) के स्पोर्ट्स रूम से लगभग आठ लाख रुपये के तीरंदाजी उपकरण चोरी हो गए हैं। इस घटना ने विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस् ...और पढ़ें

    Hero Image

    चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का स्पोर्ट्स रूम, यहीं हुई चोरी

    जागरण संवाददाता, मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (CCSU) के स्पोर्ट्स ग्राउंड स्थित स्पोर्ट्स रूम में तीरंदाजी (Archery) के महंगे उपकरणों की बड़ी चोरी का मामला सामने आया है। चोरों ने स्पोर्ट्स रूम का लॉकर तोड़कर लगभग आठ लाख रुपये मूल्य के तीरंदाजी उपकरण चुरा लिए। हैरानी की बात यह है कि जिस स्थान पर चोरी हुई, वहां न तो पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था है और न ही सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। खिलाड़ियों से ही जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस जांच कर रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    खिलाड़ियों के अनुसार चोरी हुए सामान में एक कंपाउंड बो (कीमत लगभग 2.85 लाख रुपये), एक रिकर्व बो (कीमत लगभग 2.85 लाख रुपये), दोनों साइट करीब 35-35 हजार रुपये के, करीब दो लाख रुपये के दो बो बैग जिसमें दो दर्जन तीर, सहित अन्य आवश्यक तीरंदाजी उपकरण शामिल हैं। कुल मिलाकर चोरी गया सामान करीब आठ लाख रुपये का बताया जा रहा है।

    बताया गया कि इससे पहले भी लगभग एक माह पहले इसी स्थान से एरो रिलीजर और स्कोप चोरी हुए थे। उस समय जानकारी देने के बावजूद कोई ठोस सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई, न ही निगरानी के लिए कैमरे लगाए गए।

    इस चोरी में मेरठ कॉलेज के बीए तृतीय वर्ष के छात्र रिज़वान का पूरा कंपाउंड बो चोरी हो गया है। वहीं, कैंपस में ही बीएएलएलबी तृतीय वर्ष के छात्र आर्यन का रिकर्व बो भी चोरी हुआ है। दोनों खिलाड़ी सीसीएसयू के ग्राउंड पर ही नियमित अभ्यास करते हैं। खिलाड़ियों का कहना है कि तीरंदाजी के लिए निर्धारित कमरे में कर्मचारियों और खिलाड़ियों का सामान रखा जाता है, लेकिन सुरक्षा के नाम पर कोई ठोस इंतजाम नहीं हैं।

    खिलाड़ियों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में खेल सुविधाओं की सुरक्षा को लेकर लापरवाही बेहद चिंताजनक है। तीरंदाजी जैसे महंगे खेल में उपकरण जुटाना आसान नहीं होता, ऐसे में खिलाड़ियों को भारी आर्थिक और मानसिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

    इस संबंध में विश्वविद्यालय के खेल अधिकारी प्रोफेसर गुलाब सिंह रुहाल ने बताया कि एक माह पहले किसी प्रकार की चोरी नहीं हुई थी, बल्कि कुछ खिलाड़ी सामान लेकर चले गए थे, जिसे बाद में वापस कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि शुक्रवार रात चोरी की सूचना मिली है और मामले की जानकारी ली जा रही है। शनिवार को शहीदी दिवस का अवकाश होने के कारण विभाग बंद है, लेकिन आगे आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

    फिलहाल सवाल यह उठता है कि विश्वविद्यालय परिसर में खेल संसाधनों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे, चौकीदार और निगरानी व्यवस्था कब सुनिश्चित की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके और खिलाड़ियों का मनोबल बना रहे।