CBI raid in Meerut : कई पड़ावों से गुजरी डा. सरोजनी अग्रवाल की राजनीतिक यात्रा, सपा और भाजपा में रहीं एमएलसी
Meerut News मेरठ में पूर्व एमएलसी डा. सरोजनी अग्रवाल के घर मेडिकल कालेज व अस्पताल पर सीबीआई ने मंगलवार को छापे की कार्रवाई की। डा. सरोजनी अग्रवाल लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं। एमएलसी से पूर्व वह 1995 में मेरठ की जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। वर्ष 2015 में उनके पति डा. ओपी अग्रवाल पर आवास घोटाले का मुकदमा दर्ज हुआ था।

जागरण संवाददाता, मेरठ : पूर्व एमएलसी डा. सरोजनी अग्रवाल की राजनीतिक यात्रा कई पड़ावों से गुजरी। कहीं राजनीतिक पाला बदला तो कभी विवादों से भी सामना हुआ। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से एमडी करने वाली डा. सरोजनी ने लंबे समय तक चिकित्सा के क्षेत्र में काम करने के बाद राजनीति का रुख किया।
1995 में चुनी गईं जिला पंचायत अध्यक्ष
वर्ष 1995 में मेरठ की जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गईं। बाद में वह सपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव और आजम खान के संपर्क में आईं। वर्ष 2009 में उन्हें पहली बार सपा से एमएलसी बनाया गया। सपा ने उन्हें दोबारा वर्ष 2015 में फिर एमएलसी बनाया। इसी साल उन्होंने खरखौदा में मुलायम सिंह यादव के नाम से मेडिकल कालेज खोला, जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी पहुंचे थे।
2017 में भाजपा में हुईं शामिल
वह चार अगस्त 2017 को एमएलसी पद से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हो गईं। भाजपा ने उन्हें वर्ष 2018 में एमएलसी बना दिया। हालांकि उन्हें तीसरी बार मौका नहीं मिला।
वर्ष 2015 में पति डा. ओपी अग्रवाल पर दर्ज हुआ था आवास घोटाले का मुकदमा
वर्ष 2015 में डा. सरोजनी अग्रवाल के पति डा. ओपी अग्रवाल, उनकी बेटी नीमा अग्रवाल समेत कई अन्य लोगों पर आवास घोटाले में आरोपी बनाकर मुकदमा दर्ज किया गया था। प्रोजेक्ट निर्माण का जिम्मा आरवंश कलर सिटी कंपनी को दिया गया था। करीब 450 लोगों से रकम लेकर उन्हें मकान नहीं दिया गया। दौराला और इंचौली थाने में कोर्ट के आदेश पर 33 मुकदमे दर्ज कराए गए थे।
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