ढूंडला कारतूस प्रकरण : आरिफ की हत्या के बाद असलम पहलवान ने संभाला था असलाह का धंधा, खुल रहीं परतें
Cartridges found in Tundla ढूंडला में मिले कारतूसों में असलम के भाई अरशद की अहम भूमिका-असलम को जेल भेजने के बाद अरशद की तलाश शुरू कर दी गई है। वहीं दूसरी ओर भारत गन हाउस से तीन सालों का रिकार्ड मांगा गया है।

मेरठ, जागरण संवाददाता। ढूंडला के कारतूस प्रकरण में जेल गए हिस्ट्रीशीटर असलम पहलान हाल में सलमान गैंग का कमान संभाल रहा था। पांच साल पहले सलमान के चाचा आरिफ की सरेआम हत्या के बाद असलम पहलवान ने आमिर के साथ मिलकर धंधा शुरू किया था। आमिर गाजी कुख्यात सलमान का छोटा भाई है, जो फिलहाल जेल में बंद है।
असलम पहलवान की हिस्ट्रीशीट
हाल ही में असलम पहलवान ने नौचंदी थाना पुलिस के सामने जमकर फायरिंग की थी। उस मामले में दबाव बढऩे के बाद कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जमानत पर आने के बाद पुलिस ने 20 अगस्त 2021 को असलम पहलवान की हिस्ट्रीशीट खोल दी थी। तब से असलम पहलवान की पुलिस निगरानी कर रही है। इसलिए असलम ने अपने भाई अरशद को आगे रखकर असलाह और कारतूस का धंधा शुरू कर दिया था। ढूंडला में पकड़े गए कारतूसों का जखीरा भी अरशद ने ही अमरोहा के प्रतीक से खरीद कर दिया था। जीआरपी पुलिस अरशद की तलाश में मेरठ आई थी, जो उसके भाई असलम पहलवान को पकड़कर ले गई थी। पूछताछ में सामने आया कि असलम की शह पर ही अरशद इस धंधे को कर रहा था। असलम को जेल भेजने के बाद उसके भाई अरशद की तलाश की जा रही है।
वेस्ट यूपी का बड़ा असलाह सप्लयार था असलम पहलवान
सलमान का चाचा आरिफ भी असलाह का धंधा करता था। 2017 में शारिक गैंग ने आरिफ की सरेआम हत्या कर दी थी। उसके बाद असलाह सप्लाई का काम सलमान के भाई आमिर गाजी ने अपने दोस्त असलम पहलवान के साथ शुरू कर दिया था। असलम पहलवान वेस्ट यूपी का बड़ा असलाह सप्लायर बन गया था। कई बार असलाह की बड़ी खेप के साथ जेल जा चुका है। असलम का नाम दिल्ली के चर्चित किन्नर एकता जोशी हत्याकांड में भी सामने आया था। हालांकि उस हत्याकांड में एसटीएफ ने आमिर गाजी को पकड़कर दिल्ली पुलिस को सौंप दिया था। तब से असलम ही असलाह सप्लाई का धंधा चला रहा था। असलम की हिस्ट्रीशीट खुलने के बाद पुलिस निगरानी बढ़ गई थी। तब से अपने भाई अरशद से असलाह का धंधा करा रहा था। असलाह के साथ-साथ कारतूस सप्लाई का भी काम शुरू किया हुआ था। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि सलमान और शारिक दोनों गैंग के सभी शूटरों की निगरानी के आदेश दिए है।
भारत गन हाउस से तीन सालों का रिकार्ड मांगा
भारत गन हाउस के मालिक पुनीत त्यागी का रिकार्ड पुलिस ने चेक कर लिया है, जितने कारतूस पुनीत त्यागी ने अमरोह की हरदयाल एंड संस फर्म के स्वामी प्रतीक को बेचे थे। उनकी सभी रकम खातों में ली गई है। उसके अलावा भी भारत गन हाउस का पुराना रिकार्ड भी मांगा गया है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि भारत गन हाउस के अलावा पीएल शर्मा रोड पर बनी अन्य फर्म की खरीद फरोख्त का रिकार्ड भी चेक कराया जाएगा। कई अपराधिक घटनाओं में पीएल शर्मा रोड के दुकानदारों का नाम सामने आ चुका है।
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