यूपी में BJP कार्यकर्ताओं के आगे अफसर क्यों कर रहे थे मिन्नतें? विधायक भी गुस्सा होकर बोले- मुझे क्यों बुलाया
मेरठ के सिविल लाइन थाने में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। हवालात पर कब्जा कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की गई। कैंट विधायक के सामने भी तीखी बहस हुई। आरोप है कि पुलिस अतिक्रमण करवा रही थी और वसूली की मांग कर रही थी। तीन घंटे के बवाल के बाद भी पुलिस ने मामूली कार्रवाई की। पार्षदों के बीच ठेला लगवाने को लेकर विवाद था।

जागरण संवाददाता, मेरठ। सिविल लाइन थाने में तीन घंटे तक कानून का मखौल उड़ा। अफसर असहाय होकर भाजपा कार्यकर्ताओं की मिन्नतें करते नजर आए। हवालात को भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने कब्जे में लेकर अंदर बैठ गए। उसके बाद पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इतना ही नहीं कैंट विधायक के सामने भी थाना प्रभारी कक्ष के अंदर जमकर कहासुनी होती रही। विधायक ने यहां तक कह दिया था कि जब दोनों पक्षों को ही समझौता करना हैं, फिर उन्हें क्यों बुलाया गया। मामला शांत करने के लिए तीन सर्किल के सीओ और पांच थानों की पुलिस बुलाई गई। तब भी अफसर हवालात में नारेबाजी को शांत नहीं कर पाए।
उल्टे कार्यकर्ताओं से मिन्नतें करते नजर आए। मारपीट के दौरान थाने के दारोगा हिम्मत नहीं दिखाते तो इंस्पेक्टर के कक्ष में खून खराबा तक हो सकता था। दुस्साहस देखिए, कि इंस्पेक्टर सौरभ शुक्ला के सामने ही पार्षद सुमित शर्मा के भतीजे ने उत्तम सैनी के समर्थक अक्षय को थप्पड़ जड़ दिया था।
बुधवार को सिविल लाइन थाने में जो हुआ हैं, वह सपा शासन की याद ताजा कर रहा हैं। अनुसासन को मानने वाली पार्टी भाजपा के कार्यकर्ता भी इस तरह से कानून का मखौल उड़ा सकते हैं, यह भी तब, जब भाजपा के कैंट विधायक अमित अग्रवाल और महापौर हरिकांत अहलूवालिया मौजूद थे। उनके सामने ही थाने की हवालात पर कब्जा पर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की जा रही थी।
सड़क पर अतिक्रमण कराने के आरोप सिविल लाइन पुलिस पर लगाए जा रहे थे, जबकि एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना था कि ठेला लगाने वाले सुफियान ने पुलिस में शिकायत की थी कि भाजपा पार्षद उत्तम सैनी उसने वसूली की मांग कर रहे थे। मांग पूरी नहीं करने पर ठेला हटवाने की धमकी दी जा रही थी। उत्तम सैनी अपने व्यक्ति का ठेला इसलिए लगाना चाहते थे कि ताकि उससे रकम वसूली की जा सकें।
तीन घंटे थाने में बवाल, सिर्फ तस्करा डालकर की इतश्री
तीन घंटे तक सिविल लाइन थाने पर भाजपा नेताओं को कब्जा रहा है। जमकर बवाल हुआ है। उसके बाद भी पुलिस ने थाने की जीडी पर सिर्फ तस्करा डालकर इतश्री कर ली है। यानि कोई मुकदमा तक दर्ज नहीं किया गया है, जबकि तीन सर्किल के सीओ और पांच थानों की पुलिस को मौके पर बुलाया गया था। हालांकि एडीजी भानु भास्कर दावा कर रहे है कि थाने में हुए बवाल पर कार्रवाई की जाएगी।
सूरजकुंड पार्क पर सोडा शिकंजी और चाट कुल्चे का ठेला लगाने वाले के बीच में विवाद चल रहा था। पुलिस ने चाट कुल्चे वाले युवक का ठेला हटवा दिया था। उनके विरोध किया तो चौकी प्रभारी ने बदसलूकी कर दी। इसी बीच पार्षद सुमित शर्मा व उसके समर्थक वहां पहुंच गए और मारपीट शुरू कर दी। पुलिस उनके समर्थकों के साथ उन्हें भी पकड़कर थाने ले आई थी। बाद में पुलिस ने जांच कर ठेला लगवाने का आश्वासन दिया है। -उत्तम सैनी, भाजपा पार्षद वार्ड-44 नगर निगम
वार्ड-44 के पार्षद उत्तम सैनी उनके वार्ड में आकर दखल अंदाजी करते है। जिसको लेकर कई बार उन्हें समझाया गया है। इसके बावजूद उत्तम सैनी उनके वार्ड- 58 में सूरजकुंड पार्क के सामने 15 साल से सोडा शिंकजी का ठेला लगा रहे दिव्यांग का ठेला हटवाकर अपने परिचित का चाट कुल्चे का ठेला लगवाना चाहते है। उन्होंने विरोध किया तो उत्तम सैनी और उनके समर्थकों ने मारपीट कर दी। -सुमित शर्मा, भाजपा पार्षद-58 नगर निगम
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