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    पुलिस वालों का गजब कारनामा: सिपाही को दारोगा ने ही लूटा, बड़ा अफसर समझ किया भरोसा… अब हो रहा पछतावा

    Updated: Sat, 22 Mar 2025 09:53 PM (IST)

    मेरठ में एक सिपाही के साथ लगभग 17 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि एक दारोगा और उसके दो दोस्तों ने मिलकर यह ठगी की। पीड़ित सिपाही ने उत्तर प्रदेश पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और ठगी का मुकदमा दर्ज किया है। मामले की जांच जारी है।

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    दारोगा ने दोस्तों संग मिलकर सिपाही से ठगे सवा 17 लाख रुपये।

    जागरण संवाददाता, मेरठ। उत्तर प्रदेश पुलिस के एक दारोगा ने दोस्तों संग सिपाही से सवा 17 लाख रुपये की ठगी कर ली है। सिपाही ने मामले की जानकारी एसएसपी को दी। एसएसपी के आदेश पर नौचंदी पुलिस ने आरोपी दारोगा सहित उनके दोनों दोस्तों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया।

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    यह है पूरा मामला

    गाजियाबाद के विवेकानंद नगर निवासी अक्षय त्यागी पुत्र श्रीराज त्यागी ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वह वर्ष 2015 से यूपी पुलिस में आरक्षी पद पर सेवारत है। वर्तमान में वह जीआरपी मुजफ्फरनगर में तैनात है। 

    वर्ष 2023 में जीआरपी मुजफ्फरनगर में उसके स्टेशन अफसर दारोगा संजय यादव थे। उन्होंने परिजनों की सहमति से मेरठ में एक मकान लेने की इच्छा जताई। दारोगा ने उन्हें नौचंदी के एल-2 शास्त्रीनगर में एक मकान दिखाया और अपने दोस्त आकाश शर्मा पुत्र स्व. लालबहादुर शर्मा निवासी शास्त्रीनगर से मिलवाया और बताया कि यह मकान संजय बेदी पुत्र विजय कुमार बेदी का है। दारोगा संजय यादव उनके अफसर थे तो उन्होंने भरोसा कर लिया। 

    इसके बाद उन्होंने दारोगा के कहने पर अक्षय शर्मा की बेटी के खाते में पेटीएम के माध्यम से एक लाख दो हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद दारोगा के कहने पर ही सवा पांच लाख रुपये संजय की बेटी के खाते में ट्रांसफर कर दिए। 

    बैनामे की बात पर टालमटोल

    दारोगा और अक्षय शर्मा ने 19 लाख रुपये नकद मांगे तो उन्होंने लोन लेकर और परिचितों से पैसा इकट्ठा कर उन्हें दे दिए। पीड़ित ने दारोगा से बैनामा कराने के लिए कहा तो वह उन्हें टालते रहे। 

    मई 2024 में इन लोगों ने संजय बेदी पर एक धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करा दिया। उन्होंने एफआईआर को पढ़ा तो उसमें नकद दी गई राशि का जिक्र नहीं था। धोखाधड़ी की आशंका होने पर सिपाही ने एसएसपी से शिकायत की, जिसके बाद अक्षय शर्मा ने आठ लाख दो हजार रुपये की रकम वापस कर दी। 

    बाकी सवा 17 लाख रुपये की रकम मांगने पर यह लोग अभद्र व्यवहार करते हैं। थाना प्रभारी इलम सिंह का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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