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    Terrorist Arrested: सहारनपुर और देवबंद बना आतंकियों के लिए मुफीद ठिकाना, यह बड़ी वजह आई सामने

    By Prem Dutt BhattEdited By:
    Updated: Fri, 16 Sep 2022 11:58 AM (IST)

    Terrorist Arrested In Saharanpur सहारनपुर के एक मदरसे पर छापा मारकर एटीएस की टीम ने अलकायदा के एक आतंकी को गिरफ्तार किया है। एटीएस की टीम 25 आतंकी गिरफ्तार कर मंसूबे नाकाम कर है चुकी। इनमें छह आतंकियोंं को सहारनपुर देवबंद से पकड़ा है।

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    Al Qaeda terrorist आतंकियों के लिए बेहद मुफीद है पश्चिम उत्‍तर प्रदेश की पगडंडियां।

    सहारनपुर, जागरण संवाददाता। Al Qaeda terrorist आतंकी रिश्तों ने एक बार फिर सहारनपुर के माथे पर दाग लगाया है। कोलकाता की एसटीएफ ने सहारनपुर के मंडी कोतवाली क्षेत्र स्थित एक मदरसे में छापा मारकर अलकायदा के आतंकी हसनत शेख को गिरफ्तार किया है। आपको बता दें कि साल 2017 से अब तक छह आतंकी सिर्फ सहारनपुर व देवबंद से ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

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    यह भी बड़ा सवाल

    पश्चिम बंगाल के मालदा जिला अंतर्गत कालियाचक थाना क्षेत्र के रहने वाले इस आतंकी की जानकारी पहले गिरफ्तार बांग्लादेशी आतंकी फैजल अहमद उर्फ शाहिद से पूछताछ में मिली। इसके साथ ही यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर सहारनपुर जनपद तथा आसपास का इलाका ही आतंकियों की पनाहगार क्यों बना हुआ है।

    आतंकियों की खास पनाहगार

    आंकड़ों पर नजर डालें तो पाएंगे कि साल 2017 से अब तक 25 आतंकियों की गिरफ्तारी कर यूपी एटीएस आतंकी संगठनों के मंसूबों को नाकाम कर चुकी है, इसमें छह आतंकी सिर्फ सहारनपुर और देवबंद से ही गिरफ्तार किए गए हैं। आतंकी संगठनों का निशाने बेशक कहीं भी हो, लेकिन पनाहगार पश्चिम उप्र खासकर सहारनपुर जिला बना हुआ है।

    एटीएस ने मंंसूबोंं पर पानी फेरा  

    हर बार आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेर रहा है, लेकिन आतंकी अपने पैर जमाने का कोई प्रयास छोड़ नहीं रहे। यही वजह है वर्ष 2017 से अब तक जो 25 आतंकी गिरफ्तार किए गए उनमें छह आतंकी सिर्फ सहारनपुर तथा देवबंद से गिरफ्तार हुए।

    क्‍या बेरोजगारी और अशिक्षा बड़ी वजह

    ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर पयचिम उप्र खासकर सहारनपुर जिला आतंकियों के लिए मुफीद क्यों बना हुआ है, पड़ताल करने पर मालूम चलता है कि पश्चिम उप्र में बड़ी संख्या में मुस्लिम युवा, अशिक्षित और बेरोजगार हैं। राजनीतिक दल भी इनके सहारे सियासी रोटियां सेंकने का काम करते हैं।  भटके हुए युवाओं को अपने साथ जोड़ना तथा स्लीपर सेल तैयार करना आतंकी संगठनों के लिए आसान हो जाता है।

    दिल्‍ली भी पास है

    सहारनपुर और आसपास के इलाके के आतंकी कनेक्शन का सबसे बड़ा कारण यहां छिपने की भरपूर जगह है। दिल्ली से यहां की कनेक्टिविटी आसान है। दिल्ली आकर यहां पर छिपना आतंकियों के लिए मुश्किल नहीं होता। सहारनपुर से पाकिस्तान की सीमा भी नजदीक है। पाकिस्तान व अफगानिस्तान से युवक भी यहां पर खूब आते रहते हैं। यहां के कई लोगों की पाकिस्तान में रिश्तेदारी भी है।

    युवकों को भड़काने का काम

    कई बार रिश्तेदारियों में पाकिस्तान जाने पर भी युवक वहां इन संगठनों के करीब आ जाते हैं। बाद में आतंकी सहारनपुर में इन्हीं लोगों के यहां पर आकर पनाह लेते हैं। मार्च 2019 में देवबंद से गिरफ्तार आतंकी शाहनवाज तेली और आकिब ने खुलासा किया था कि जैश-ए-मुहम्मद के कई बड़े आतंकी देवबंद में आए थे, उन्होंने यूपी के कई जिलों में युवकों को भड़काने का काम किया। एटीएस को यह भी शक था कि इन्होंने स्लीपर मॉड्यूल की भर्ती की थी।

    हाल में हुई गिरफ्तारी

    - अगस्त 2022: सहारनपुर से नदीम गिरफ्तार।

    - अप्रैल 2022: सहारनपुर से जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश का सदस्य तलहा गिरफ्तार।

    - मार्च 2022: सहारनपुर से लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी इनामुल गिरफ्तार।

    - फरवरी 2019: सहारनपुर से जैश-ए-मोहम्मद के शाहनवाज अहमद तेली व आकिब मलिक गिरफ्तार। 

    यह भी पढ़ें : Al Qaeda terrorist: सहारनपुर के मदरसे से अलकायदा का आतंकी गिरफ्तार, फंड का इंतजाम करने की थी जिम्मेदारी

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