नगर पंचायत का अत्याचार, ग्रामीणों में आक्रोश
कूड़ा हाईवे किनारे गिराने व आग लगाने से भड़के हिकमा व भदसा के ग्रामीण - हरे पेड़ों को जलाने व गेहूं पर बढ़ते खतरे से बढ़ा ग्रामीणों का गुस्सा - जिलाधिकारी से वार्ता का लिया निर्णय आर-पार के संघर्ष का ऐलान
जागरण संवाददाता, मऊ/कोपागंज : नगर पंचायत कोपागंज से निकलने वाले कूड़े को एनएच-29 हाईवे के किनारे गिराने व उसमें आग लगाकर धुआं फैलाने व वन विभाग द्वारा लगाए गए पेड़ों को आग से जलाने को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा आसमान पर है। सोमवार को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पूर्व प्रधान रामचंद्र राय के नेतृत्व में दोनों गांवों के ग्रामीणों ने आपात बैठक किया और इस समस्या से निजात के लिए जिलाधिकारी से हस्तक्षेप की मांग किया। वहीं, जल्द समस्या को जड़ से समाप्त न करने पर आर-पार के संघर्ष का ऐलान किया।
भदसा के पूर्व प्रधान एवं कांग्रेसी नेता रामचंद्र राय ने कहा कि कई दिन नगर पंचायत कर्मचारियों को सड़क के किनारे कूड़ा गिराने से मना किया गया। कूड़े से न सिर्फ भयंकर दुर्गंध फैल रही है, बल्कि प्रतिदिन धुएं में आग लगाने से वन विभाग द्वारा हाईवे के किनारे लगाए गए हरे पेड़ भी जल और झुलस रहे हैं। कहा कि हाईवे के दोनों तरफ नगर का कचरा गिराकर आग लगाई जा रही है, जिससे गेहूं की पकने जा रही फसल को बड़ा खतरा हो सकता है। हाईवे के दोनों तरफ हिकमा व भदसा के लोगों की गेहूं की फसल लहलहा रही है। आग की एक चिगारी दर्जनों बीघे किसानों की खड़ी फसल को खाक कर सकती है। ग्रामीणों ने कहा कि अधिकारियों को इसकी जानकारी दी चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। एक बार और जिलाधिकारी से मिलकर समस्या को हल कराने की बात कही जाएगी, इसके बाद का निर्णय ग्रामीण खुद लेंगे। इस अवसर पर पूर्व प्रधान प्रेमशंकर राय, पूर्व प्रधान दयानंद तिवारी, बाबू मियां, अरविद, मनोज कुमार आदि उपस्थित थे।