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    होमगार्ड लखनऊ में लेता रहा प्रश‍िक्षण, मऊ में कागजों पर 50 द‍िन प्रधान और सचिव ने करवा दी मजदूरी

    Updated: Wed, 30 Jul 2025 01:40 PM (IST)

    Mau news मऊ के रतनपुरा ब्‍लाक में प्रधान और सचिव ने मिलकर लखनऊ में प्रशिक्षण ले रहे होमगार्ड के नाम पर फर्जी मजदूरी का भुगतान कर दिया। शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी ने जांच कराई जिसमें 50 दिनों की अनियमितता उजागर हुई और 11850 रुपये का गलत भुगतान पाया गया।

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    लखनऊ में प्रशिक्षण ले रहे होमगार्ड को गांव में कराई मजदूरी

    जागरण संवाददाता, मऊ। लखनऊ में लंबे समय से प्रशिक्षण ले रहे होमगार्ड को मजदूर बना कर कागज में 50 दिन तक मजदूरी करा ली गई। इसके बाद 11850 रुपये भुगतान करा लिया गया। मामला जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र के पास तक पहुंचा तो वह आवाक रह गए। उन्होंने जांच कराई तो सच्चाई उजागर हो गई।

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    ऐसे में अब गांव के सचिव व प्रधान पर कार्यवाही की तलवार लटक रही है। यह पूरा मामला रतनपुरा ब्लाक के अईलख ग्राम पंचायत का है। गांव के हरिशंकर सिंह ने मजदूरी भुगतान में अनियमितता की शिकायत डीएम प्रवीण मिश्र से की थी। इसकी जांच कराने के लिए मनरेगा कार्यालय को निर्देशित किया गया था। इसकी विस्तृत जांच के लिए डीसी मनरेगा ने खंड विकास अधिकारी को पत्र लिखा। इसके बाद खंड विकास अधिकारी ने वित्तीय अनियमितता की जांच के ल‍िए दो सदस्यों की समिति का गठन किया। समिति ने अभिलेखों के आधार पर शिकायतकर्ता के साक्ष्यों की जांच की और पाया क‍ि आरोप सही हैं।

    इस दौरान पाया क‍ि आरोपि‍त हाेमगार्ड गितेश मौर्य की मुख्यालय स्थित होमगार्ड कार्यालय में तैनाती है। वह विभाग की तरफ से लखनऊ स्थित केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित प्रशिक्षण शिविर में प्रतिभाग कर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा था। इसका आयोजन 20 दिसंबर 2024 से 19 मार्च 2025 तक कुल 90 दिनों के लिए किया गया था। इसी दौरान ग्राम प्रधान व सचिव ने होमगार्ड के नाम पर दो अलग-अलग वाउचर से मजदूरी का भुगतान किया गया।

    पहला वाउचर 20 दिसबंर से 13 जनवरी तक मजदूरी दिखाकर 07 फरवरी को 25 दिन का 5925 रुपया भुगतान करा लिया। इसी तरह 14 जनवरी से 08 फरवरी तक 25 दिन की मजदूरी दिखाकर 10 फरवरी 10 को 5925 रुपये का भुगतान करा लिया। इस प्रकार कुल 50 दिनों का वाउचर निकाला गया। इसके आधार पर ग्राम प्रधान व सचिव ने लखनऊ में प्रशिक्षण ले रहे होमगार्ड को 11,850 रुपये मजदूरी का भुगतान किया।

    इस गंभीर अनियमिता की जांच रिपोर्ट खंड विकास अधिकारी ने मनरेगा कार्यालय को भेज दी गई है। वहीं मनरेगा कार्यालय की तरफ से आख्या तैयार कर ग्राम प्रधान, सचिव को होमगार्ड पर कार्रवाई के डीएम को भेजने की तैयारी की जा रही है।

    बोले अध‍िकारी

    जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी गई है। जांच में प्रधान व सचिव दोषी मिले हैं। जिलाधिकारी स्तर से यह कार्यवाही की जानी है। विवेक सिंह, बीडीओ रतनपुरा।

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