Yamuna Expressway Accident: 15 शवों की नहीं हो सकी शिनाख्त, स्वजनों को DNA रिपोर्ट का इंतजार
मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए भीषण हादसे में 19 लोगों की जान चली गई। 15 शवों की शिनाख्त अभी तक नहीं हो पाई है, क्योंकि डीएनए जांच रिपोर्ट का इंतज ...और पढ़ें

अस्पताल में बार-बार स्वजन लगा रहे चक्कर, पूछ रहे कब आएगी रिपोर्ट। जागरण
जागरण संवाददाता, मथुरा। इससे बड़ी विडंबना और क्या होगी। उन्हें पता है कि पोस्टमार्टम हाउस पर जो बाडी बैग रखे हैं, उनमें उनके अपनों के शव हैं, लेकिन वह तब तक नहीं मिल सकते, जब तक डीएनए जांच की रिपोर्ट नहीं मिलती। हादसे में अपनों को गवां चुके स्वजन बेबस और बेहाल हैं। डीएनए रिपोर्ट का इंतजार है और आंखों में बसी है हादसे में खोए अपनों की तस्वीर। डीएनए रिपोर्ट आने में जितना समय लग रहा है, उतना ही दिल बेचैन हो रहा है।
यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार सुबह आपस में टकराने से नौ वाहन जलकर राख हो गए, अब तक 19 लोगों की मृत्यु हो गई और 100 से अधिक घायल हुए। बुरी तरह जलकर राख हुए 18 शवों में अब तक केवल तीन शवों की ही पहचान हो सकी है। 15 शव अभी भी पोस्टमार्टम हाउस पर रखे हैं। इनमें अब तक 14 लोगों ने शव अपने स्वजन का होने का दावा कर डीएनए जांच के लिए सैंपल दिया है। डीएनए की जांच रिपोर्ट आने में विलंब है, ऐसे में स्वजन बेहद गमगी हैं।
बुधवार को 13 शवों के लिए उनके स्वजन ने सैंपल दिया है, जबकि तीन नए सैंपल गुरुवार को दिए गए। एक सैंपल शुक्रवार को लिया जाएगा। उधर, पोस्टमार्टम हाउस में रखे शवों की भी डीएनए जांच के लिए सैंपल लिया गया है। इन सैंपल को मिलान के लिए आगरा की लैब में भेजा गया है।
डीएनए जांच की रिपोर्ट आने पर ही संबंधित स्वजन को शव सौंपा जाएगा। यही दिन काटना बेहद मुश्किल हो रहा है। कानपुर निवासी समय शताब्दी बस के चालक मोहम्मद सलीम रिजवी के स्वजन का कहना है कि उनकी मृत्यु हादसे में हो गई है। साथी चालक ने बताया था कि सलीम बस के अंदर जिंदा जल गए।
पुत्र अली अब्बास ने बुधवार को सैंपल दिया था, फिर कानपुर चले गए। लेकिन वह अस्पताल के कर्मचारियों को फोन कर पूछ रहे हैं कि सैंपल कब तक आएगा। फोन पर बात हुई, तो बोले, पिता का शव पोस्टमार्टम हाउस पर पड़ा है। एक बेटे के लिए इससे बड़ा दर्द और क्या होगा। धौलपुर के भोलू भी हादसे का शिकार हुए हैं।
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एक दिन पहले बहन सितारा ने सैंपल दिया, तो गुरुवार को बेटी रेशमा सैंपल देने आईं। रेशमा गुरुवार को अस्पताल सैंपल रिपोर्ट के बारे में जानने पहुंचीं, चिकित्सकों की सलाह पर अपना भी सैंपल दे दिया। बोलीं, पिता का शव पोस्टमार्टम हाउस पर पड़ा है। बस किसी तरह मिल जाए तो घर ले जाएं।
गुरुवार को अंबेडकर के सुनील कुमार, वेस्ट दिल्ली के ऋतिक यादव और बांदा के गांव रैपुरा जसपुरा निवासी ऋषभ के स्वजन ने भी सैंपल दिया है। कानपुर के अनुज श्रीवास्तव के पिता उमाकांत ने बुधवार को सैंपल दिया था। गुरुवार को उनकी पत्नी ज्योति और छोटे भाई शुभम भी सैंपल की रिपोर्ट जानने के लिए कलक्ट्रेट पहुंचीं।
डीएनए रिपोर्ट आने में समय लगता है। लेकिन प्रयास किया जा रहा है। पूरी टीम लगाई गई है कि जल्द से जल्द सैंपल की रिपोर्ट आ जाए। पुष्टि के बाद स्वजन को शव सौंप दिए जाएंगे।
-सीपी सिंह, डीएम

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