Mathura: मथुरा की 150 कॉलोनियों में घुसा पानी, परिक्रमा मार्ग भी डूबा; DM ने श्रद्धालुओं से किया यह अनुरोध
Mathura हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद अब यमुना मथुरा-वृंदावन में कहर ढा रही है। यहां लगभग 150 कॉलोनियों में पानी घुस चुका है। वहीं परिक्रमा मार्ग भी डूब गया है। डीएम ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि मंगलवार के दिन मथुरा-वृंदावन न आएं। यहां यमुना खतरे के निशान से 1.31 मीटर ऊपर बह रही है।

जागरण संवाददाता, आगरा। हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से लगातार यमुना का पानी छोड़े जाने से अब नदी मथुरा-वृंदावन में कहर ढा रही है। नदी से सटे खादर और निचले इलाकों में बनीं 150 कॉलोनियां और 29 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।
वहीं, एक दर्जन से ज्यादा कॉलोनियों में तो आधे-आधे मकान डूब गए हैं। जिन गांवों में पानी भरा है, वहां स्थिति लगातार बिगड़ रही है। वृंदावन के परिक्रमा मार्ग में चार से पांच फीट पानी भर चुका है, जिनमें नावें चल रही हैं।
कई गांव और कस्बों के संपर्क मार्गों में पानी भर चुका है, जिससे आवागमन बंद कर दिया गया है। वहीं प्रशासन ने श्रद्धालुओं से कहा है कि मंगलवार को मथुरा-वृंदावन की यात्रा पर न आएं।
खतरे के निशान से 1.31 मीटर ऊपर यमुना
मथुरा में खतरे के निशान से 1.31 मीटर ऊपर बह रही यमुना में सोमवार को दोपहर तक जलस्तर बढ़ना जारी रहा। वृंदावन में कात्यायनी देवी मंदिर परिसर पूरी तरह जलमग्न हो गया है।
रमणरेती में गुरु शरणानंद आश्रम में भी पानी भरा हुआ है। ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के आसपास मंदिर की गली नंबर दो, दाऊजी तिराहा, अठखंभा, जंगलकट्टी, रतनछतरी, वीआइपी मार्ग तक पानी पहुंच गया है।
हजारों लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए
श्रद्धालुओं को पानी से हो कर ही मंदिर तक जाना पड़ रहा है। वृंदावन के खादर में बसे गांवों से लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है। जिला प्रशासन के आदेश पर रात तक बाढ़ में फंसे ढाई हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा चुका है। पानी घरों में घुसने के बाद हजारों लोग स्वयं ही सामान लेकर जा रहे हैं।
इन जगहों पर भरा पानी
मथुरा शहर में विश्राम घाट बाजार, महादेव घाट के साथ छोटा बाजार में दो से तीन फीट तक पानी भरा है। जिले में दस हजार से अधिक घरों की बिजली काट दी गई है। नौहझील-शेरगढ़ मार्ग, मथुरा-गोकुल मार्ग, मांट पानी गांव मार्ग और रमणरेती आश्रम में श्रद्धालुओं का आवागमन बंद कर दिया गया है।
डीएम पुलकित खरे ने बताया कि मंगलवार से पानी घटने की संभावना है। शेरगढ़ और मांट में सोमवार को कुछ जलस्तर कम हुआ है। वहीं, आगरा में यमुना का पानी खतरे के निशान से तीन फीट ऊपर बह रहा है। कैलाश मंदिर के गर्भगृह और ग्रामीण इलाके में पानी पहुंच गया।
पानी घुसने से संस्कार क्रिया बाधित
पोइयाघाट मोक्षधाम के मुख्यद्वार से लेकर अंदर तक पानी घुसने से यहां संस्कार क्रिया बाधित हो गए हैं। ताजगंज मोक्षधाम के भी दो प्लेटफार्म पानी में डूब गए हैं। एत्तमाद्दौला स्मारक की कोठरी में पानी भर गया, वहीं मेहताब बाग ताज व्यू प्वाइंट में पानी भरने से पर्यटकों के जाने पर रोक लगा दी गई है।
80 गांवों में 700 बीघा फसल जलमग्न
दोपहर बाद एत्माद्दौला क्षेत्र की निचली बस्तियों में कमर तक पानी भर गया, जिसके बाद लोगों ने सामान समेटना शुरू कर दिया। वहीं तहसील सदर और फतेहाबाद, एत्मादपुर तहसील क्षेत्र में 80 गांवों में 700 बीघा फसल जलमग्न हो गई है।
सोमवार को छोड़ा गया 1.25 लाख क्यूसिक पानी
कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य, जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कई प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है। डीएम का कहना है हालात पर नजर रखी जा रही है। राहत कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं। उधर ओखला और हरियाणा के ताजेवाला बांध से 1.25 लाख क्यूसिक पानी सोमवार को छोड़ा गया, जो पिछले दो दिनों के डिस्चार्ज से 1.75 लाख क्यूसिक कम है।
मंगलवार तक एक फीट पानी बढ़ने की संभावना
सोमवार तक मथुरा जिले में यमुना का जल स्तर 167.32 मीटर है, यमुना खतरे के निशान से 166 मीटर ऊपर बह रही है। वहीं, आगरा में यमुना का जल स्तर 498.19 फीट है। यहां यमुना खतरे के निशान से 495 मीटर के ऊपर बह रही है। मंगलवार शाम तक एक फीट पानी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
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