Year Ender 2025: मथुरा में खेल और शिक्षा को मिला बढ़ावा, स्टेडियम निर्माण और विद्यालयों का उच्चीकरण
मथुरा में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने और शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। जीआईसी प्रांगण में 5 करोड़ रुपये की लागत से मि ...और पढ़ें

राजकीय इंटर कॉलेज।
जागरण संवाददाता, मथुरा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के लिए यह वर्ष बेहतरीन रहा। खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए स्टेडियम की स्वीकृति के साथ धनराशि स्वीकृत हुई। छात्र-छात्राओं को शिक्षा देने के लिए विद्यालय 12 वीं तक हुए। विद्यालयों में खेलों को शिक्षा का अभिन्न अंग बनाकर छात्रों में प्रतिस्पर्धात्मक भावना, टीमवर्क और नेतृत्व क्षमता को विकसित किया जाएगा।
इसके लिए राजकीय विद्यालयों में इनडोर मिनी स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा। आधुनिक व टिकाऊ खेल संरचना तैयार की जा सके। जीआइसी के प्रांगण में करीब पांच करोड़ से मिनी स्टेडियम विकसित करने का प्रस्ताव स्वीकृत ह़ुआ। धनराशि भी मिली।
2500 वर्ग मीटर में पांच करोड़ रुपये से होगा स्टेडियम का निर्माण
स्टेडियम का निर्माण करीब 2500 वर्ग मीटर जगह में होगा। मिनी स्टेडियम में शौचालय और पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। वेटिंग रूम का निर्माण भी होगा। चेंजिंग रूम होंगे, ताकि छात्राओं को परेशानी न हो। फिटनेस सेंटर भी तैयार किया जाएगा। बैडमिंटन, बास्केट बाल, टेबल टेनिस, बाक्सिंग आदि खेल हो सकेंगे। सरकार छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पर विशेष जोर दे रही है। पढ़ाई के माध्यम से ही छात्र-छात्राओं की तरक्की संभव है। राजकीय हाईस्कूल सांचौली और राजकीय हाईस्कूल लोहवन को उच्चीकृत कर इंटरमीडिएट तक किया गया है।
छात्र-छात्रा 10वीं के बाद 12वीं तक की पढ़ाई भी इसी स्कूल में कर सकेंगे। विद्यालयों में 2.19-2.19 करोड़ से करार्य होंगे। दोनों विद्यालय के लिए 4.17 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं। विद्यालयों में छह कक्ष, स्टाफ रूम, तीन स्टोर, स्पोर्ट्स रूम, कंप्यूटर कक्ष, आर्ट एंड क्राफ्ट रूम, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अगल शौचालय आदि का निर्माण होगा। यह कार्य ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा कराया जाएगा।
दो विद्यालय के लिए 4.17 करोड़ रुपये जारी, छह कक्ष व स्टाफ रूम होंगे
वर्ष 2023-2024 में राजकीय हाईस्कूल हुसैनी और राजकीय हाईस्कूल दघैटा को इंटरमीडिएट तक किया गया था। इन दोनों विद्यालयों में 2.21-2.21 करोड़ से कार्य हो रहे हैं। पिछले वर्ष 1.10-1.10 करोड़ की धनराशि जारी की गई थी। अब शासन ने दूसरी किश्त भी जारी की है। राजकीय विद्यालयों में चहारदीवारी न होने से लोग अतिक्रमण करने का प्रयास करते हैं। खोखे आदि लगा लेते हैं। अब राजकीय विद्यालयों की भूमि पर चहारदीवारी कराई जा रही है। यह कार्य प्रोजेक्ट अंलकार में किया जा रहा है, ताकि विद्यालयों की भूमि पर कब्जा न किया जा सके। जैंत में चहारदीवारी करने में परेशानी आ रही है, इस कारण जिला विद्यालय निरीक्षक रवींद्र कुमार ने एसडीएम सदर को पत्र लिखा है। ताकि भूमि की पैमाइश कराकर चहारदीवारी कराई जा सके।
इन कॉलेजों की भूमि को सुरक्षित किया जा रहा है
राजकीय हाईस्कूल फेंचरी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज जैंत, राजकीय हाईस्कूल झुड़ावई, राजकीय हाईस्कूल दघैंटा, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय माडल इंटर कालेज बरौली, राजकीय हाईस्कूल ब्योंही, राजकीय हाईस्कूल हुसैनी, राजकीय हाईस्कूल सांचौली, राजकीय हाईस्कूल तुमौला, राजकीय हाईस्कूल स्यारहा, राजकीय हाईस्कूल सैनवा, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय माडल इंटर कॉलेज कामर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय माडल इंटर कालेज कराहरी, राजकीय हाईस्कूल भद्रवन, राजकीय हाईस्कूल विबावली, राजकीय हाईस्कूल बिधौनी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज सौनई, राजकीय हाईस्कूल, बिसावली, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय माडल इंटर कॉलेज पाडल की भूमि को सुरक्षित किया जा रहा है।
राज्य अध्यापक पुरस्कार की दौड़ में दो, मुख्यमंत्री पुरस्कार को कोई नहीं
मथुरा। शिक्षा के योगदान देने वाले उत्कृष्ट शिक्षकों का सम्मान किया जाना है। इसके लिए पांच दिसंबर तक आवेदन मांगे गए थे। राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए केवल राजकीय विद्यालय लोहवन की प्रधानाचार्य कविता सक्सेना, जीआइसी के शिक्षक विजय शर्मा ने आवेदन किया है। मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार के लिए किसी ने आवेदन नहीं किया है। 14 जनवरी के बाद पुरस्कार वितरण किया जाएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।