MBBS Student Sahil Murder Case: साहिल की हत्या से टूटी पिता की उम्मीदें; होनहार बेटे का डाक्टर बनने का सपना देख रहा था परिवार
Sahil Murder Case कानपुर से आई मनहूस खबर से आशापुरी में छाया मातम। रामा मेडिकल कालेज से कर रहा था एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का था छात्र। साहिल तीन भाई बहन ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, मथुरा। आशापुरी में रविवार सुबह कालेज संचालक ब्रजमोहन के परिवार में खुशी का माहौल था। बेटी-बेटे अपनी पढ़ाई में व्यस्त थे तो मां घरेलू कामकाज निपटा रहीं थी।
सुबह करीब 10 बजे ब्रजमोहन को कानपुर में रहकर एमबीबीएस कर रहे बड़े पुत्र की हत्या की खबर मिली। उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। वह कुछ देर अवाक रहे। स्वजन को बेटे की तबीयत खराब होने की कहकर वह परिचितों के साथ कानपुर के लिए रवाना हो गए।
दस साल से रह रहे है यहां
वार्ड संख्या 54 के मुहल्ला आशापुरी (महोली रोड) निवासी ब्रजमोहन का सौंख रोड पर हरचरनलाल इंटर कालेज है। करीब 10 वर्ष से ब्रजमोहन आशापुरी स्थित मकान में स्वजन के साथ रहते थे। कुछ वर्ष बाद वह सौंख रोड स्थित दूसरे मकान में जाकर रहने लगे। अभी करीब छह माह पूर्व वह फिर से अपने आशापुरी वाले मकान में आकर रहने लगे थे।
उनका बड़ा पुत्र साहिल उर्फ अमन सारस्वत कानपुर के बिठूर मंधना स्थित रामा मेडिकल कालेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे। वह ओल्ड ब्वायज हास्टल के कमरा संख्या-127 में रहते थे। वह द्वितीय वर्ष के छात्र थे।
साहिल की हत्या से हैरान घरवाले
रविवार सुबह पिता ब्रजमोहन को दुखद सूचना मिली कि उनके बेटे साहिल की हत्या कर दी गई है। यह सुनकर वह सन्न रह गए। कुछ देर तो वह खुद को संभाल नहीं पाए। इसके बाद में वह अपने परिचितों के साथ कानपुर रवाना हो गए। स्वजन को उन्होंने घटना की जानकारी नहीं दी। दिनभर परिवार में सन्नाटा पसरा रहा। गली में हर कोई गमजदा था, लेकिन सभी मौन थे। मां, भाई-बहन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। हर कोई घटना को लेकर अचंभित था।
दीपावली पर घर आए थे साहिल
साहिल हाल ही में दीपावली के त्योहार पर अपने घर आए थे। उन्होंने त्योहार को अपने माता-पिता, भाई-बहन के साथ खुशी से मनाया। बेटे को कालेज के लिए खुशी-खुशी विदा किया था। मगर किसी को नहीं पता था कि अब वह फिर कभी लौटकर नहीं आएगा। होनहार बेटे की हत्या से परिवार सदमे में आ गया है।
गांव का माहौल भी हुआ गमगीन
स्कूल संचालक ब्रजमोहन सारस्वत मूलरूप से सौंख रोड स्थित मंशाटीला निवासी हैं। उनकी गांव में जमीन भी है। स्कूल संचालक के बेटे की हत्या से गांव का माहौल गमगीन हो गया। बड़े बेटे से थी उम्मीदें साहिल से उनके माता-पिता को बड़ी उम्मीदें थीं। इसलिए वह लाखों रुपये खर्च कर बेटे को डाक्टर बनाना चाहते थे। लेकिन, बेटे की मृत्यु के साथ ही उनकी उम्मीदें टूट गईं।

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