जिस तारीख और साल का चाहिए बर्थ सर्टिफिकेट, गिरोह फर्जी बनाकर देता था; चार शातिर दबोचे
मथुरा पुलिस ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से सीपीयू, प्रिं ...और पढ़ें

मथुरा पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी।
जासं, मथुरा। कोतवाली पुलिस ने फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र वाले गिरोह का भंडाभोड़ करते हुए चार शातिरों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से सीपीयू, कलर प्रिंटर, दो लैपटाॅप, कंप्यूटर, चार मोबाइल के साथ फर्जी सात जन्म प्रमाण पत्र की छायाप्रति व 910 रुपये बरामद हुए हैं। गिरोह जिला अस्पताल के सामने से नेटवर्क चलाता था। इसमें एक ग्राम पंचायत सचिव की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। पुलिस जांच में जुटी है।
कोतवाल विनोद बाबू मिश्र को करीब पांच दिन पूर्व फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र बनाने वाले गिरोह की जानकारी लगी थी। उन्होंने एसएसपी श्लोक कुमार को जानकारी देकर एक टीम गठित की। करीब तीन दिन तक टीम ने गिरोह के सदस्यों की निगरानी की।
मंगलवार शाम सवा छह बजे टीम ने रेलवे ग्राउंड स्थित धौली प्याऊ से थाना हाईवे के चंदनवन फेज एक निवासी जितेंद्र, हरिओम, चैतन्य लोक कालोनी निवासी धीरज और थाना राया के गांव पिलुखनी निवासी अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया। इनकी निशानदेही से पुलिस ने एक सीपीयू, कलर प्रिंटर, दो लैपटाॅप, एक कंप्यूटर, चार मोबाइल, सात फर्जी जन्म प्रमाण पत्र की छायाप्रति और 910 रुपये बरामद किए।
पूछताछ में शातिरों ने बताया कि जिला अस्पताल के सामने एक कैफे से गिरोह का नेटवर्क चलाते हैं। फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र बनाने के काम में कई लोग जुड़े हुए हैं। शातिरों ने छाता थाना क्षेत्र में सबसे अधिक फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र बनवाए हैं। पुलिस की जांच में एक ग्राम पंचायत सचिव की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई।
सीओ सिटी आशना चौधरी ने बताया कि गिरोह में कई लोग शामिल होने की संभावना है। जांच की जा रही है। इसके बाद अन्य नामों के प्रकाश में आने पर उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी। शातिरों ने बताया कि वह तीन से साढ़े तीन हजार रुपये लेकर फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र बनाते थे।

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