Mudiya Purnima Mela 2025: 21 जोन, 62 सेक्टर में बांटा मेला क्षेत्र; 70 से 80 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान
मथुरा के जगप्रसिद्ध गोवर्धन मुड़िया मेला में 70 से 80 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। 4 जुलाई से 10 जुलाई तक चलने वाले इस मेले के लिए ब्रजभूमि तैयार है। सुरक्षा के लिए 3000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं और पूरे मेला परिसर को 21 जोन और 62 सेक्टर में बांटा गया है। श्रद्धालु 21 किमी क्षेत्र में फैले गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करेंगे।

जागरण संवाददाता, मथुरा। जगप्रसिद्ध गोवर्धन के मुड़िया मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए ब्रजभूमि तैयार हो रही है। चार जुलाई से 10 जुलाई तक मेला आयोजित होगा। इसे लेकर व्यापक स्तर पर प्रशासनिक कवायद की जा रही है। 21 किमी क्षेत्र में फैले गोवर्धन पर्वत की श्रद्धालु परिक्रमा करेंगे, ऐसे में पूरे मेला परिसर को 21 जोन और 62 सेक्टर में बांटा गया है। 10 जुलाई को मुड़िया संत सिर मुड़वाकर परिक्रमा लगाएंगे।
आषाढ़ माह की पूर्णिमा को मुड़िया पूर्णिमा भी कहा जाता है। गोवर्धन में मुड़िया पूर्णिमा का विशेष महत्व है। पूर्णिमा के दिन संत सनातन के अनुयायी सिर मुड़वाकर परिक्रमा लगाते हैं। मुख्य मेला छह जुलाई से 10 जुलाई तक चलेगा। इस मेले में प्रतिवर्ष 70 लाख से 80 लाख श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में व्यापक स्तर पर तैयारियां भी की जाती हैं।
पूरे मेला परिसर में लगे 183 सीसीटीवी
करीब एक माह पहले से ही प्रशासनिक मशीनरी तैयारियों में लगी है। पूरे मेला परिसर की निगरानी के लिए 183 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। तीन हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इस बार 469वां राजकीय मुड़िया मेला आयोजित किया जा रहा है। देश के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए ब्रजभूमि और ब्रजवासी तैयार हैं। प्रसाद से लेकर खानपान की दुकानों को सजाने की तैयारियां भी तेज हो गई हैं।
पुलिस के साथ एसडीआरएफ भी
नौ अपर पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में 21 पुलिस उपाधीक्षक, 70, निरीक्षक, 450 उप निरीक्षक, 48 महिला उप निरीक्षक, 1565 हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल, 400 होमगार्ड, तीन यातायात निरीक्षक, 43 यातायात उपनिरीक्षक, 139 यातायात हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल व्यवस्था संभालेंगे। दो कंपनी पीएसी, दो प्लाटून पीएसी फ्लड, एक कंपनी आरपीएफ, एक टीम एसडीआरएफ भी लगाई गई हैं।
यह रहेगी व्यवस्था
- 37-अस्थाई पुलिस चौकी
- 54-दो पहिया गिर्राज मोबाइल
- 31-वाच टावर
- 05-इंटीग्रेटेड खोया पाया केंद्र
- 06-हेल्थ मोबाइल
- 146-बैरियर
- 61-पार्किंग
- 183-सीसीटीवी कैमरे
- 01-मेला कंट्रोल रूम
- 03-मेला सब कंट्रोल रूम
- 595- पुलिस ड्यूटी प्वाइंट
- 19-फायर फाइटिंग टीम
- 03-ड्रोन कैमरा निगरानी टीम
मेले की तैयारियां करीब-करीब पूरी कर ली गई हैं। जो भी काम शेष हैंं, मंगलवार तक पूरे कर लिए जाएंगे। श्रद्धालुओं को सुविधा और उनकी सुरक्षा करना हमारी प्राथमिकता है, इसी पर काम कर रहे हैं। चंद्रप्रकाश सिंह, डीएम
एडीजी ने कहा, सफल आयोजन के तीन मंत्र, सुरक्षा, यातायात व भीड़ प्रबंधन
मुड़िया मेला की व्यवस्थाओं की समीक्षा करने सोमवार को एडीजी जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ गोवर्धन पहुंचीं। उन्होंने बैठक में पुलिस अधिकारियों को मेले की सफलता के तीन मंत्र दिए। कहा कि भीड़ नियंत्रण, यातायात व्यवस्था व सुरक्षा प्रबंधन। इन तीन पर काम कर लीजिए, मेला सफल होगा।
सोमवार को एडीजी, डीआइजी शैलेष पांडे, एसएसपी श्लोक कुमार के साथ करीब एक बजे गोवर्धन पहुंचीं। उन्होंने पहले परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण किया। पूर्व में यहां एसएसपी रहे शैलेष पांडेय ने पार्किंग व्यवस्था को मजबूत बनाने, पब्लिक एड्रेस सिस्टम को प्रभावी ढंग से संचालित करने और सीसीटीवी कैमरों की संख्या व निगरानी व्यवस्था बढ़ाने के निर्देश दिए। एसएसपी श्लोक कुमार ने मेला क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था की विस्तृत जानकारी दी और बताया कि पूरे परिक्रमा मार्ग पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
एसडीएम नीलम श्रीवास्तव ने बैठक में मेला की समग्र व्यवस्थाओं की जानकारी दी। एडीजी ने कहा कि यह मेला केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि प्रशासनिक दक्षता की भी परीक्षा है। सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का पालन पूरी सतर्कता के साथ करें, ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
एसपी ट्रैफिक मनोज कुमार, अंशु कौशिक, मुकुट मुखारविंद मंदिर रिसीवर कपिल चतुर्वेदी, प्रबंधक चंद्र विनोद कौशिक, दानघाटी मंदिर रिसीवर केके कौशिक, विष्णु रावत, भोला दुबे, गणेश पहलवान, मुकुट कौशिक, मुड़िया संत रामकृष्ण दास मौजूद रहे।
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