Cyber ठगों के कुख्यात गांव में बरात की आड़ में खुली दबंगई, अवैध हथियारों से फायरिंग और हूटरों से थर्राया इलाका
मथुरा के देवसेरस गांव में बारात की आड़ में दबंगई का प्रदर्शन किया गया, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। अवैध हथियारों से फायरिंग और हूटरों के शोर से ...और पढ़ें

Cyber Thugs: कुख्यात गांव देवसेरस में इस तरह युवा थार की छतों पर सवार होकर काफिले लेकर निकले।
संवाद सूत्र, जागरण, गोवर्धन (मथुरा)। Cyber Thugs के लिए कुख्यात गांव देवसेरस में खुलेआम कानून व्यवस्था को चुनौती दी गई। बरात की आड़ में दबंगई हुई। अवैध हथियारों से फायरिंग और हूटरों के शोर से पूरा गांव थर्रा गया। काफिले में शामिल Defender और Thar पर हूटर बजाकर युवा उनकी छतों पर खड़े थे।
गांव देवसेरस में 10 दिसंबर की शाम कानून-व्यवस्था को खुली चुनौती देते हुए आई एक बारात ने पूरे गांव को दहशत के साये में धकेल दिया। बरात में शामिल दबंग युवकों ने महंगी गाड़ियों को ताकत और रौब का जरिया बनाते हुए गांव की संकरी गलियों में आतंक का नंगा नाच किया।
गाड़ियों की छतों और सनरूफ से बाहर निकलकर न केवल हूटर बजाए गए, बल्कि अवैध तमंचा और पिस्टल लहराते हुए फायरिंग भी की गई। इसके वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद मामला खुला है।
अचानक हुई इस गुंडागर्दी से गांव में अफरा-तफरी मच गई। गोलियों की आवाज और हूटरों की तेज चीख से महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सहम गए। भय के माहौल में लोगों ने अपने-अपने घरों के दरवाजे और खिड़कियां बंद कर लीं और जान बचाने के लिए घरों में दुबकने को मजबूर हो गए।
थाना प्रभारी रवि त्यागी ने बताया कि 15 दिसंबर को शांति व्यवस्था और वांछितों की तलाश के दौरान चौकी पलसों पर एक मुखबिर से सूचना मिली। जानकारी के अनुसार ग्राम देवसेरस निवासी सगरु पुत्र झड़मल की पुत्री सईमन की शादी 10 दिसंबर को ग्राम अंगरावली (कामा) में हुई थी।
इसी शादी में आई बरात में बड़ी संख्या में महंगी गाड़ियां शामिल थीं। बाराती युवकों ने गांव में घुसते ही गाड़ियों को गलियों में दौड़ाया और खुलेआम हथियार लहराकर कानून का मजाक उड़ाया। ग्रामीणों के मुताबिक बरात में डिफेंडर, थार, क्रेटा और बलेनो जैसी लग्जरी गाड़ियों का काफिला था।
डीजे की तेज धुन पर नाचते हुए युवकों ने अवैध हथियारों से फायरिंग की। इससे गांव में भगदड़ जैसे हालात बन गए। खासकर महिलाओं और बच्चों में इतना भय फैल गया कि देर रात तक कोई घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा सका। डर और दबंगई के चलते कोई भी ग्रामीण खुलकर सामने आने को तैयार नहीं हुआ।
हालांकि कुछ लोगों ने नाम उजागर न करने की शर्त पर मोबाइल से बनाए गए वीडियो पुलिस को सौंपे हैं। वीडियो फुटेज में वाहनों का लंबा काफिला, गाड़ियों की छतों पर खड़े युवक और तेज आवाज में बजते हूटर साफ दिखाई दे रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि एक सफेद रंग की डिफेंडर पर नंबर प्लेट की जगह अंग्रेजी में “मेवाती” लिखा हुआ था।
कई वाहनों के नंबर अपठनीय थे, जिससे पहचान में कठिनाई आ रही है। पुलिस का कहना है कि फायरिंग के समय के स्पष्ट वीडियो उपलब्ध नहीं हैं, क्योंकि गोली चलने की आवाज सुनते ही लोग जान बचाकर घरों में छिप गए थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने 20 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
वीडियो फुटेज के आधार पर वाहनों और आरोपितों की पहचान की जा रही है। थाना प्रभारी ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते कठोर कदम नहीं उठाए गए, तो ऐसे दबंग तत्व दोबारा गांव में दहशत फैलाने से नहीं हिचकेंगे। देवसेरस की यह घटना एक बार फिर सवाल खड़े करती है कि आखिर कब तक बरात और जश्न की आड़ में कानून को ठेंगा दिखाने वालों पर सख्ती होगी।

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