Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लाखों कमाते थे, फिर भी मुफ्त का खाते थे; सरकार को पता चला तो ऐसे सिखाया सबक

    Updated: Thu, 23 Jan 2025 07:35 PM (IST)

    मथुरा में आयकरदाताओं और अपात्र लाभार्थियों के 11849 राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए हैं। जांच में सामने आया कि ये लोग लाखों रुपये कमाने के बावजूद मुफ्त रा ...और पढ़ें

    Hero Image
    लाखों कमाते थे, फिर भी मुफ्त का खाते थे - प्रतीकात्मक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, मथुरा। वो लाखों रुपये कमाते थे, लेकिन राशन मुफ्त का खाते थे। ऐसे जिले में 11,849 लोग थे, जो आयकर तो जमा करते थे लेकिन सरकार की मुफ्त राशन योजना का लाभ भी उठा रहे थे। अब आपूर्ति विभाग ने इनके राशन कार्ड निरस्त कर दिए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत जिले में चार लाख 64 हजार 230 राशन कार्डधारक हैं। चार लाख 22 हजार 794 पात्र गृहस्थी योजना व 41 हजार 436 अंत्योदय योजना के तहत आते हैं। अंत्योदय कार्ड पर 35 किलो व गृहस्थी कार्ड पर पांच किलो खाद्यान्न दिया जाता है।

    योजना जरूरतमंदाें के लिए 

    यूं तो सरकार का उद्देश्य जरूरतमंदाें को इस योजना का लाभ देना था, लेकिन ऐसे भी लोग थे जिनकी जरूरतें लाखों रुपये कमाने के बाद भी पूरी नहीं हो रही थीं। वो अपनी लाखों की कमाई पर आयकर तो भरते थे लेकिन मुफ्त का राशन लेने में भी पीछे नहीं थे।

    आयकर विभाग द्वारा आपूर्ति विभाग को आयकरदाताओं की सूची भेजी गई। जिसका आपूर्ति विभाग ने राशन कार्डधारकों की सूची से मिलान किया तो ऐसे 11849 लोग सामने आए। आंकड़ा देख आपूर्ति विभाग के अधिकारी भी चाैंक गए। तत्काल इन लोगों के राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए।

    जमींदार किसान भी फंसे

    मालदार आसामियों के साथ आपूर्ति विभाग ने जमींदार किसानों को भी अपने लपेटे में लिया। मुफ्त राशन का लाभ ले रहे 178 ऐसे किसानों के कार्ड भी निरस्त किए गए हैं, जिनके पास दो हेक्टेयर से अधिक जमीन थी। न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना के अंतर्गत सरकार को इन्होंने अपनी फसल बेची थी, जिसे ये मुफ्त राशन योजना के तहत सरकार से वापस लिए ले रहे थे। सरकारी खरीद के आंकड़े जब आपूर्ति विभाग को मिले तो विभाग ने इनको भी झटका दे दिया।

    मृतकों के 3956 कार्ड भी निरस्त

    आपूर्ति विभाग ने 3956 ऐसे राशन कार्ड निरस्त किए हैं, जिनके धारकों की मृत्यु हो चुकी थी। निराश्रित पेंशन पाने वाली महिलाओं के आंकड़ों से मिलान कर ऐसे कार्ड निरस्त किए गए हैं।

    सरकार की मंशा है कि राशन पाने से कोई पात्र छूट न पाए और अपात्रों को इसका लाभ न मिल पाए। इसके लिए लगातार राशन कार्डों का परीक्षण किया जा रहा है। इसके लिए अन्य विभागों से भी सहयोग लिया जा रहा है। अपात्रों के राशन कार्ड निरस्त करने का अभियान आगे भी जारी रहेगा। -सतीश मिश्रा, जिला पूर्ति अधिकारी

    ये भी पढ़ें - 

    जिला अस्पताल में DM ने पूछा- यह क्या है? रसोई में जाते ही माथा हुआ गर्म; ठेकेदार को तुरंत दिए ये निर्देश