बंधक बना कर वसूली थी एक लाख की फिरौती, 15 दिन बाद खैर थाना में केस दर्ज हुआ तो पुलिस में मची खलबली
सुरीर के लेखराज नामक एक दलित युवक को उधारी के पैसे देने के बहाने अलीगढ़ के खैर में बंधक बनाया गया। आरोपियों ने जातिसूचक गालियां दीं और एक लाख रुपये की फिरौती मांगी। डर के मारे लेखराज ने अपने परिचित से फिरौती मंगवाई जिसके बाद उसे छोड़ा गया। घटना के 15 दिन बाद थाना खैर में प्राथमिकी दर्ज की गई है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण टीम, मथुरा। उधारी के रुपये देने के बहाने घर बुलाकर सुरीर के दलित युवक को बंधक बनाने और डरा धमका कर एक लाख रुपये की फिरौती लेकर छोड़ने के आरोप के मामले की पंद्रह दिन बाद अलीगढ़ के थाना खैर में प्राथमिकी दर्ज हुई है। सुरीर के गांव भगतनगरिया निवासी लेखराज का आरोप है कि अजीत निवासी गांव दरकन नगरिया थाना खैर जिला अलीगढ़ से पुरानी जान पहचान थी।
दिसबंर 2024 में पथरी का आपरेशन कराने के लिए अजीत ने उनसे 34 हजार रुपये लिए थे। जिनमें 18 हजार रुपये बाकी रह गए थे। 15 सितंबर को अजीत ने उधारी के पैसे देने के बहाने उन्हें अपने गांव दरकन नगरिया बुलाया था।
बंधक बना कर वसूली थी एक लाख की फिरौती
जहां अजीत, उसके भाई सूखा व बनिया और अजीत के साले देवराज निवासी टोडा वास ने उन्हें अपने घर में बंधक बना लिया और जातिसूचक गाली गलौज और धमकी देते हुए कहा कि एक लाख रुपये की मंगवा कर दे नहीं तो उन्हें किसी झूंठे केस में फंसा देंगे। जिससे भयभीत होकर उन्होंने परिचित प्रदीप निवासी सुरीर को फोन कर एक लाख रूपये लेकर गांव दरकन नगरिया बुलाया था। जहां प्रदीप ने 59 हजार रुपये नगद और 41 हजार अजीत के बताए नंबर पर फोनपे के जरिये डाले थे।
उधारी के पैसे देने के बहाने घर बुलाया था पीड़ित
इसके बाद उन्हें बंधन मुक्त किया था। उनके चंगुल से छूट कर आने के बाद उन्होंने घटना की शिकायत पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 के अलावा थाना खैर में जाकर की थी। पंद्रह दिन बाद थाना खैर पुलिस ने पीड़ित के प्रार्थना पत्र पर नामजद आरोपितों के खिलाफ बंधक बनाकर जाति सूचक गाली गलौज कर एक लाख रुपये की फिरौती वसूलने के आरोप की प्राथमिकी दर्ज कर विवेचना सीओ खैर को सौंपी दी है।
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