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    बांकेबिहारी मंदिर में फूल बंगला सेवा करने की होड़, कामदा एकादशी से पहले ही हुई पूरे सीजन की बुकिंग

    Updated: Sat, 29 Mar 2025 03:58 PM (IST)

    Mathura News वृंदावन में ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में हरियाली अमावस्या तक फूल बंगला सजता है। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में कामदा एकादशी से शुरू होने वाले फूल बंगला दर्शन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस बार पूरे चार माह की बुकिंग पहले ही हो चुकी है। विदेशी फूलों से सजे बंगला अब दिव्य और भव्य होते हैं। श्रद्धालुओं में फूल बंगला सेवा करने की जबरदस्त होड़ लगी है।

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    वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में सजाया गया देसी विदेशी फूलों का दिव्य बंगला। - फोटो: जागरण आर्काइव

    संवाद सहयोगी, जागरण l वृंदावन। कामदा एकादशी आठ अप्रैल को है। इस दिन से अगले चार माह तक ठाकुर बांकेबिहारी फूल बंगला में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे। फूल बंगला सजाने की यह क्रम 24 जुलाई हरियाली अमावस्या तक चलेगा। इसके लिए देश-विदेश से भक्त अग्रिम बुकिंग कराते हैं। इस बार पूरे चार माह की बुकिंग पहले ही हो चुकी है।

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    ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में कामदा एकादशी आठ अप्रैल से गर्मी में ठाकुरजी को शीतलता प्रदान करने के लिए हर दिन फूल बंगला सजाया जाता है। इस परंपरा की शुरुआत ठाकुर बांकेबिहारी के प्राकट्यकर्ता स्वामी हरिदास ने ही की थी। स्वामीजी गर्मी के दिनों में उन्हें शीतलता प्रदान करने के लिए पत्तियों और फूलों का डोल सजाकर भाव सेवा करते थे। इसी परंपरा को उनके अनुयायियों ने जीवंत रखा है।

    विदेशी फूलों से सजे बंगला अब दिव्य और भव्य होते हैं

    अब फूल बंगला का स्वरूप बदल चुका है। विदेशी फूलों से सजे बंगला अब दिव्य और भव्य होते हैं। देश-दुनिया के श्रद्धालु आराध्य बांकेबिहारी की फूल बंगला सेवा करने को उत्साहित रहते हैं। वर्तमान में तो फूल बंगला सेवा की भक्तों में जबरदस्त होड़ लगी है। मंदिर सेवायत श्रीनाथ गोस्वामी ने बताया कि इस सीजन के फूल बंगलों की बुकिंग पूरी हो चुकी है। अब श्रद्धालुओं को फूल बंगला सजवाने के लिए अगले वर्ष तक इंतजार करना होगा। 

    सेवायत करते हैं फूल बंगला की बुकिंग

    फूल बंगला की सेवा करने के लिए श्रद्धालु को मंदिर के सेवायत गोस्वामियों के संपर्क करना पड़ता है। इसके लिए मंदिर कार्यालय में 15 हजार रुपये की रसीद कटती है, मंदिर प्रबंधन के खाते में ये पैसा जाता है। फूल बंगला तैयार करने से लेकर सेवा के दौरान ठाकुरजी की पोशाक, भोग, देहरी पूजन आदि की सेवा का खर्चा श्रद्धालु को उठाना पड़ता है। इसके लिए श्रद्धालु की इच्छा के अनुसार ही फूल बंगला सजाया जाता है, इसके लिए छह से 15 लाख रुपये तक की धनराशि तय होती है।

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    चार घंटे का लगता है समय

    मंदिर में हर दिन अलग डिजाइन का फूल बंगला सजता है। दोपहर में मंदिर के पट बंद होने के बाद मात्र चार घंटे में कारीगर इसे तैयार करते हैं। हालांकि, फूलों की सफाई, विदेशी फूलों का मत्था, तोरण पहले ही तैयार कर लिए जाते हैं। सुबह सजने वाले फूल बंगला के लिए कारीगर भोर चार बजे ही मंदिर में पहुंच जाते हैं।