बांकेबिहारी मंदिर में बदले नियम, अब सेवायतों के साथ जाने वाले यजमानों के लिए की गई अलग व्यवस्था
मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में अब सेवायतों के साथ जाने वाले यजमानों के लिए अलग व्यवस्था की गई है। मंदिर प्रशासन ने यह बदलाव श्रद्धालुओं की सुविधा को ...और पढ़ें

बांकेबिहारी मंदिर में उमड़ी भीड़।
संवाद सहयोगी, जागरण, वृंदावन। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में अब सेवायत अपने साथ गेट नंबर पांच से 20 यजमान भी ले जा सकेंगे। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट द्व्रारा गठित उच्चाधिकार प्राप्त प्रबंधन समिति की बैठक में सेवायतों के विरोध को देखते हुए यह निर्णय लिया गया। पिछले दिनों केवल पांच यजमानों को ही ले जाने की अनुमति दी गई थी।
बैठक में नए वर्ष में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देख उन्हें दर्शन सुलभ कराने पर मंथन हुआ। क्रिसमस डे पर भी सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ेगी।
शहीद लक्ष्मण स्मारक भवन स्थित समिति के कार्यालय में शाम पांच बजे से हुई बैठक में अध्यक्षता कर रहे सेवानिवृत्त न्यायाधीश अशोक कुमार ने समिति के सदस्यों और सेवायतों के साथ चर्चा की।
उन्होंने कहा कि मंदिर में भोग प्रसाद प्रायोजित करने, निधिवन राज मंदिर के ललिता कुंड का उपयोग वर्षा जल संरक्षण के रूप में करने, आइआइटी रुड़की रिपोर्ट पर मंथन करने का प्रस्ताव रखा गया था। लेकिन, वर्तमान में एसआइआर के काम में प्रशासनिक अधिकारियों की व्यस्तता को देखते हुए अन्य मामलों में आगे की बैठक में मंथन किया जाएगा।
अध्यक्ष ने कहा सर्वाेच्च न्यायालय के सामने सेवायतों ने अपनी रिट दायर की थी। इसमें रिट दायर करने वालों ने जो व्यवस्थाओं में छूट मांगी गई है, उसमें हम अपना पक्ष रखेंगे। वर्ष का अंतिम सप्ताह होने के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा पर मंथन हुआ है।
व्यवस्था में सहयोग के लिए गोस्वामी सदस्यों ने भी सहयोग का भरोसा दिया है। सेवायतों के यजमानों को दर्शन कराने के साथ आम श्रद्धालु को भी सही तरीके से दर्शन हों, यह भी सुनिश्चित करने में गोस्वामियों से सहयोग मांगा है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सुरक्षाकर्मी बढ़ाए गए हैं, पेयजल की आपूर्ति, चिकित्सकीय दल की प्राथमिक व्यवस्था करने का भी निर्णय लिया गया है।
ठाकुरजी तक प्रसाद पहुंचाने की व्यवस्था को बेहतर बनाने की योजना पर काम चल रहा है। सेवायत परिवार की महिलाओं द्वारा जगमोहन में दर्शन की मांग के सवाल पर अध्यक्ष ने कहा यह अब सर्वाेच्च न्यायालय के आदेश पर निर्भर है। इस संबंध में जो आदेश सर्वोच्च न्यायालय से मिलेंगे, इसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा।
श्रद्धालुओं द्वारा देहरी पूजन पर रोक लगन पर उन्होंने कहा कि यह मामला भी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। सेवानिवृत्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश मुकेश मिश्रा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश विकास कुमार, सिविल जज जूनियर डिवीजन शिप्रा दुबे, सचिव एवं डीएम सीपी सिंह, नगर आयुक्त जग प्रवेश, राजभोग सेवायत शैलेंद्र गोस्वामी, श्रीवर्धन गोस्वामी, शयनभोग सेवाधिकारी दिनेश कुमार गोस्वामी, विजय कृष्ण गोस्वामी मौजूद रहे।

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