Banke Bihari Mandir Timing: ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन समय वृद्धि पर विवाद और विरोध, मामला फंसा
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन के समय को बढ़ाने का मामला फिलहाल अटका हुआ है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी ने समय बढ़ाने का आदेश दिया था लेकिन तकनीकी कारणों से यह लागू नहीं हो सका है। सेवायतों ने भी इस आदेश का विरोध किया है उनका कहना है कि इससे ठाकुर जी के विश्राम में खलल पड़ेगा।

संवाद सहयोगी, जागरण, वृंदावन। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में व्यवस्थाएं बेहतर करने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाईपावर कमेटी ने 11 सितंबर को मंदिर में दर्शन के समय में करीब तीन घंटे बढ़ाने की सहमति दी थी। इसका आदेश भी जारी हुआ, लेकिन अब तक समय नहीं बढ़ाया जा सका है। फिलहाल समय बढ़ाने का मामला फंस गया है। कमेटी के सदस्य आदेश में तकनीकी कमी होने के कारण इसे लागू करने में दिक्कत बता रहे हैं, तो अध्यक्ष अब 29 को बैठक में इस पर निर्णय लेने की बात कह रहे हैं।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ठाकुर जी सुबह और शाम करीब आठ घंटे दर्शन देते हैं। मंदिर प्रबंधन के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाईपावर कमेटी ने 11 सितंबर को बैठक कर मंदिर के समय में बढ़ोतरी का निर्णय लिया था।
11 को बैठक में निर्णय, 19 को आदेश जारी, अब तक नहीं हुआ लागू
अभी मंदिर सुबह पौने आठ बजे खुलता है और दोपहर 12 बजे बंद होता है, जबकि शाम को साढ़े चार बजे पट खुलते हैं और साढ़े आठ बजे बंद होते हैं। जबकि शीतकाल में मंदिर में सुबह पट खुलने का समय पौने नौ और बंद होने का दोपहर एक बजे का समय है। जबकि शाम को पट साढ़े पांच बजे खुलते हैं और साढ़े नौ बजे बंद होते हैं। लेकिन कमेटी ने दर्शन का समय बढ़ा दिया।
- गर्मी में सुबह सात बजे से 7.15 तक शृंगार आरती, इसके बाद दर्शन का समय निर्धारित किया। इसके बाद राजभोग आरती का समय निर्धारित किया। शाम को सवा चार से 9.30 बजे तक समय तय किया।
- शीतकाल के लिए सुबह आठ बजे से शृंगार आरती और 8.15 से डेढ़ बजे तक दर्शन और फिर राजभोग आरती का समय तय किया।
- शाम को चार बजे से नौ बजे तक दर्शन और फिर शयनभोग आरती का समय तय किया गया।
- गर्मी में करीब तीन घंटे और सर्दी में करीब पौने तीन घंटे समय बढ़ा।
29 को फिर होगी हाईपावर कमेटी की बैठक, तब लिया जाएगा निर्णय
इसे लेकर विरोध शुरू हो गया है। बैठक के बाद इसका आदेश भी 19 सितंबर को जारी हुआ। लेकिन अब तक यह समय परिवर्तन लागू नहीं हो सका है। इसके पीछे कमेटी के ही सदस्य दिनेश गोस्वामी बताते हैं कि आदेश में तकनीकी दिक्कत है। इसमें पुजारी के मंदिर प्रवेश और कई अन्य समय निर्धारित नहीं है। जबकि पूर्व में जो भी आदेश होते रहे हैं, उनमें सबका स्पष्ट उल्लेख हुआ है। 29 सितंबर को हाईपावर कमेटी की बैठक में फिर इसे रखा जाएगा, तब निर्णय होगा।
वहीं कमेटी अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायाधीश अशोक कुमार ने बताया कि इस आदेश को प्रशासनिक अधिकारियों को लागू करना है। बाढ़ और फिर अन्य व्यस्तताओं के चलते यह लागू नहीं हुआ। 29 सितंबर को बैठक में यह निर्णय होगा कि इसे कब से लागू किया जाएगा।
दो याचिकाएं भी न्यायालय में दाखिल
इस समय परिवर्तन के आदेश के विरोध में एक सेवायत गौरव गोस्वामी ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर रखी है, इसमें भी सुनवाई होनी है, जबकि अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय हरियाणा ने भी याचिका दाखिल की। इस सिविल जज जूनियर डिवीजन के न्यायालय में सुनवाई चल रही है।
समय बढ़ाने के आदेश के विरुद्ध सेवायतों का प्रदर्शन
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के दर्शन समय में वृद्धि के आदेश के खिलाफ मंदिर सेवायत व उनके परिवार की महिलाओं ने लामबंद होकर शनिवार की शाम मंदिर चबूतरे पर हाईपावर कमेटी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की। शाम करीब साढ़े चार बजे मंदिर सेवायत व उनके परिवार की महिलाएं पहुंचीं और मंदिर चबूतरे पर विरोध किया।
सेवायतों ने कहा, कि हमारे ठाकुरजी की सेवा बालस्वरूप में होती है और रात में ठाकुरजी निधिवन में रास रचाने के लिए जाते हैं और सुबह तीसरे प्रहर मंदिर आकर विश्राम करते हैं। इसीलिए ठाकुरजी की मंगला आरती नहीं होती और अब ठाकुरजी के दर्शन समय में वृद्धि करने की योजना उनके विश्राम में खलल डालना है। इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
प्रदर्शन करने वालों में हिमांशु गोस्वामी, बृजेंद्र किशोर गोस्वामी, बच्चू गोस्वामी, अंकित गोस्वामी, नितिन गोस्वामी, राजू गोस्वामी, देव गोस्वामी, सुमन गोस्वामी, सुनीता गोस्वामी, अंजलि गोस्वामी, नीलम गोस्वामी आदि मौजूद रहीं।
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