ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में New Year 2026 मनाने को 5 लाख श्रद्धालु वृंदावन में डालेंगे डेरा, होगी पुख्ता व्यवस्था
वृंदावन में नए साल 2026 के स्वागत के लिए लाखों श्रद्धालु ठाकुर बांकेबिहारीजी के दर्शन को पहुंच रहे हैं। वर्ष के अंतिम और नए साल के पहले दिन करीब पांच ...और पढ़ें

ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में उमड़ी भीड़।
संवाद सहयोगी, जागरण, वृंदावन। वर्ष के अंतिम दिन और New Year 2026 के पहले दिन की शुरुआत ठाकुर बांकेबिहारीजी के दर्शन के साथ करने की इच्छा पाले लाखों श्रद्धालुओं ने वृंदावन में डेरा डाल लिया है। हर दिन श्रद्धालु बांकेबिहारीजी के दर्शन को पहुंच रहे हैं। तीर्थनगरी में श्रद्धालुओं की भीड़ हर सड़क, कुंजगली व मंदिरों में दिखाई दे रही है।
ऐसे में अंतिम दिन और नएवर्ष के पहले दिन करीब पांच लाख श्रद्धालुओं के बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन करने की उम्मीद जताई जा ही है। ऐसे में मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से भीड़ का आंकलन करके ही मंदिर आने की अपील की है। प्रबंधन ने भीड़ के बीच दिव्यांग, बीमार, बुजुर्ग व बच्चों को लाने से परहेज रखने की श्रद्धालुओं को सलाह दी है। ताकि किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में वर्ष के अंतिम दिन और नए वर्ष के पहले दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का आंकलन करते हुए श्रद्धालुओं को विद्यापीठ व जुगलघाट से रेलिंग में होकर ही मंदिर तक पहुंचने की व्यवस्था की गई है। विद्यापीठ से आने वाले श्रद्धालु गेट संख्या तीन से प्रवेश कर चार से निकलेंगे। जबकि जुगलघाट से आने वाले श्रद्धालु गेट संख्या दो से प्रवेश कर एक नंबर से बाहर निकलेंगे।
मंदिर प्रांगण में ठहराव खत्म करने के लिए सुरक्षागार्डों की संख्या में वृद्धि की गई है। ताकि अव्यवस्था न हो और भीड़ का दबाव न बन सके। मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से जारी गाइड लाइन के अनुसार एंट्री पाइंटों पर स्थापित जूताघरों में अपने जूता-चप्पल व सामान रखकर ही मंदिर आने की अपील की है।
बच्चों की जेब में नाम, पता व मोबाइल नंबर रखने की अपील की है। ताकि भीड़ के बीच बिछुड़ने पर उन्हें स्वजनों से तत्काल मिलवाया जा सके।
मंदिर चबूतरों पर स्थापित होंगे शिविर
प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सहूलिय के लिए मंदिर चबूतरे पर गेट संख्या दो व तीन के बीच प्राथमिक चिकित्सा शिविर के साथ खोयापाया शिविर की स्थापना की है। इसी तरह गेट संख्या चार के बाहर चबूतरे पर शिविर स्थापित होंगे। ताकि मंदिर में जरूरत पड़ने पर श्रद्धालु इन शिविरों में संपर्क स्थापित कर सकते हैं।
भीड़ कम होने पर शुरू होगा रेलिंग लगाने का काम
मंदिर प्रबंधक मुनीश शर्मा ने बताया नएवर्ष के दो या तीन दिन तक श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक रहने की उम्मीद है। ऐसे में मंदिर प्रांगण में रेलिंग लगाने के काम से बाधा उत्पन्न हो सकती है। इसलिए चार या पांच जनवरी से मंदिर में रेलिंग लगाने का काम शुरू होगा। ताकि श्रद्धालुओं को सहूलियत से आराध्य के दर्शन संभव हो सकें।

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