दोस्तों के साथ गिल्ली-डंडा खेलते समय सीने में उठा दर्द, कार्डियक अरेस्ट से 16 साल के लड़के की मौत
मथुरा में एक दुखद घटना घटी जहां 16 वर्षीय किशोर विशाल राजपूत की मौत हो गई। वह अपने दोस्तों के साथ पार्क में गिल्ली-डंडा खेल रहा था तभी उसके सीने में अचानक दर्द हुआ और वह जमीन पर गिर पड़ा। परिजनों ने उसे पांच अस्पतालों में दिखाया लेकिन सभी जगहों पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार विशाल की मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई है।

जागरण संवाददाता, मथुरा। दोस्तों के साथ पार्क में गिल्ली-डंडा खेल रहे 16 वर्षीय एक किशोर के सीने में अचानक दर्द हुआ। इसके बाद वह सीने में हाथ रखकर जमीन पर गिर पड़ा। दोस्तों ने परिजनों को सूचना दी। परिजन किशोर को लेकर पांच अस्पतालों में दिखाया, जहां सभी चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव का अंतिम संस्कार कर दिया। सिम्स हास्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अर्पित अग्रवाल ने इसे कार्डियक अरेस्ट बताया है। इसमें दिल का धड़कना अचानक बंद होने से व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।
यह है पूरा मामला
कोतवाली थाना क्षेत्र के सुभाष नगर में रहने वाले गोपाल राजपूत भेलपूरी की ढकेल लगाते हैं। सोमवार दोपहर 12 बजे उनके 16 वर्षीय बेटे विशाल राजपूत पार्क में दोस्तों के साथ गिल्ली डंडा रहा था।
अचानक विशाल के सीने में दर्द उठा। वह सीने पर हाथ रखकर जमीन पर गिर गया। दोस्तों ने परिजनों को सूचना दी। पिता गोपाल पड़ोसियों के साथ मौके पर पहुंचे और विशाल को लेकर जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे, यहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद परिजनों ने दरेसी, विपिन, सिटी हास्पिटल के बाद मथुरा न्यूरो अस्पताल में दिखाया। सभी जगहों पर डॉक्टरों ने विशाल को मृत बताया। परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
इधर, सिम्स हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अर्पित अग्रवाल ने बताया, कार्डियक अरेस्ट से किशोर की मृत्यु हुई है। इसमें दिल का धड़कना अचानक बंद हो जाता है। ऐसे स्थिति में तुरंत ही सीपीआर देनी चाहिए। इससे दिल का धड़कना शुरू हो जाता है। इसके बाद बिना देरी किए अस्पताल में उपचार कराना चाहिए। अधिक तनाव लेने के कारण ऐसी स्थिति बनती है। बड़ों के साथ बच्चों में भी इस तरह के कई मामले सामने आए हैं।
नोटबंदी के दौरान हुई थी मां की मृत्यु
गोपाल राजपूत ने बताया, वर्ष 2016 में नोटबंदी की दौरान उनकी पत्नी सीमा की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद से ही उनका बेटा विशाल तनाव में रहने लगा था। पांचवीं के बाद उसने पढ़ाई बंद कर दी। फिर वह पिता के साथ ढकेल लगाने में मदद करने लगा। गोपाल ने बताया, विशाल से छोटी उनकी एक बेटी है।
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