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    Lok Sabha Election: तीन जिलों में तो महावत तैयार, सपा के गढ़ में कौन होगा हाथी पर सवार; बसपा लगा सकती है 'दिग्गज' पर दांव

    Updated: Sat, 23 Mar 2024 07:02 PM (IST)

    वर्तमान सांसद डिंपल यादव के मैदान में उतरने से यूपी का यह लोकसभा सीट सुर्खियों में है। बसपा भी यहां प्रत्याशी के लिए मंथन में जुटी है। आगरा मथुरा और फिरोजाबाद में तो महावत तैनात कर दिए हैं लेकिन यहां से हाथी की सवारी करने वाला अब तक न मिल सका है। चर्चाएं हैं कि बसपा इस बार किसी दिग्गज पर दांव लगा सकती है।

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    सपा के गढ़ से प्रत्याशी के लिए मंथन में जुटी बसपा

    वीरभान सिंह, मैनपुरी। Lok Sabha Election 2024: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने लोकसभा चुनाव में सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने का एलान तो कर दिया, लेकिन घोषणा में हो रहा विलंब कार्यकर्ताओं की धड़कनें बढ़ा रहा है।

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    इस सीट सपा मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी एवं वर्तमान सांसद डिंपल यादव के मैदान में उतरने से सीट सुर्खियों में है। बसपा भी यहां प्रत्याशी के लिए मंथन में जुटी है। आगरा, मथुरा और फिरोजाबाद में तो महावत तैनात कर दिए हैं, लेकिन मैनपुरी में हाथी की सवारी करने वाला अब तक न मिल सका है।

    चर्चाएं हैं कि बसपा इस बार किसी दिग्गज पर दांव लगा सकती है। संभावना यह भी जताई जा रही है कि प्रत्याशी बाहरी भी हो सकता है। जिले में तीसरे चरण में सात मई को मतदान होना है। मैनपुरी को सपा का गढ़ कहा जाता है।

    बसपा की मैदान में उतरने की पूरी तैयारी

    वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा से गठबंधन के चलते बसपा ने इस सीट पर प्रत्याशी नहीं उतारा था। परंतु इस बार बसपा पूरी तैयारी से मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। यही वजह है कि मैनपुरी सीट पर नाम को लेकर बार-बार मंथन चल रहा है।

    बसपा ने आगरा मंडल के तीन जिलों आगरा, मथुरा और फिरोजाबाद से अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। खास बात यह है कि तीनों ही नए चेहरे हैं। जबकि इन तीनों सीटों पर विपक्षी दलों से दिग्गज चुनावी मैदान में ताल ठोकने को बेकरार हैं। अब मंडल की सबसे चर्चित लोकसभा सीट मैनपुरी पर सभी की नजरें टिकी हैं।

    दो बार जिले के प्रत्याशियों के नाम पर लखनऊ में वार्ता हो चुकी है, लेकिन दोनों ही बार निर्णय नहीं लिया गया। अब तीसरी बार की बैठक में बाहरी के विकल्प को भी सुझाया गया है। जिलाध्यक्ष प्रेमचंद्र शाक्य का कहना है कि यह निर्णय पार्टी नेता का है। जिसे भी टिकट मिलेगा, सभी कार्यकर्ता उनके लिए प्रचार करेंगे।

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