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    नौकर पति-पत्नी ने तीन साल तक बनाया बंधक, भूख-प्यास से रिटायर्ड रेलकर्मी की मौत; इस हालत में मिली बेटी

    Updated: Mon, 29 Dec 2025 07:35 PM (IST)

    महोबा में 70 वर्षीय सेवानिवृत्त रेलकर्मी ओम प्रकाश की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया है कि नौकर दंपती ने उन्हें और उनकी ...और पढ़ें

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    नौकर दंपती के बंधक बनाने पर रिटायर्ड रेलवे कर्मी की मौत।

    जागरण संवाददाता, महोबा। शहर के मुहल्ला हिंद टायर वाली गली निवासी 70 वर्षीय रेलवे के सेवानिवृत्त क्लर्क की सोमवार को मृत्यु हो गई। दिवंगत के स्वजन का आरोप है कि पत्नी की मौत के बाद वह मानसिक मंदित बेटी के साथ जीवन गुजारते रहे। तीन साल पहले उन्होंने खाना बनाने और बेटी की देखभाल के लिए नौकर दंपती को रखा।

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    आरोप है कि ये लोग उन्हें बंधक बनाकर नजरबंद किए रहे और किसी से मिलने नहीं देते थे। उनके कमरों का ताला डाल दिया जाता था। खाने के लिए भी तरसाया जाता रहा। जिससे दोनों बेहद कमजोर हो गए और शरीर में हड्डियां ही बचीं।

    सोमवार को जब उनकी मौत हो गई तो नौकर ने ही सूचना दी। मौके पर जाकर देखा तो पुत्री अंधेरे कमरे में निर्वस्त्र पड़ी मिली। जिला अस्पताल लाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की है।

    दिंवगत के छोटे भाई मुहल्ला सराफीपुरा निवासी अमर सिंह राठौर ने बताया कि भाई रेलवे में एकाउंटेंट थे और 2016 में सेवानिवृत्त हो गए थे। हिंद टायर वाली गली में उनका मकान था और वह अपनी मानसिक मंदित पुत्री रश्मि के साथ रहते थे। पत्नी रेणुना का 2012 में निधन हो गया था।

    करीब तीन साल पहले चरखारी निवासी रामप्रकाश उसकी पत्नी रामदेवी को उन्होंने खाना बनाने और अपनी व पुत्री की देखरेख करने के लिए रख लिया था। आरोप लगाया कि नौकर ने मकान में कब्जा कर लिया और वह दोनों को प्रताड़ित करने लगा। उन्हें श्वास की बीमारी थी और न ही उनका इलाज कराया। कई-कई दिनों तक खाना नहीं दिया जाता था, जो भी मिलने जाए उसे टरका दिया जाता था।

    कभी कभार स्वजन मिलने जाए तो दहशत के चलते वह कुछ नहीं बताते। नौकर निजी स्कूल में चपरासी है और सुबह ताला डालकर चला जाता था। दोनों को घर से बाहर नहीं निकलने देता था। बीमारी का इलाज न होने से सोमवार को ओमप्रकाश की मृत्यु हो गई और मौत की सूचना भी बहुत बाद में दी गई।

    मकान के बाहर नौकर ने नेम प्लेट लगवाई थी। जिसमें वह स्वयं काे दिवंगत का पुत्र लिखवाए था। बताया कि इसके पहले उसने कभी पुलिस को सूचना नहीं दी। अमर सिंह की पत्नी पुष्पा सिंह ने कार्रवाई के लिए तहरीर दी। नौकर रामप्रकाश का कहना है कि आरोप गलत है वह बीमार रहते थे जिससे उनकी माैत हुई।

    सीओ सिटी अरुण कुमार सिंह का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद वास्तविकता स्पष्ट हो सकेगी। यदि मिलने नहीं दिया जाता था तो पुलिस ने शिकायत करनी चाहिए थी। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। हर पहलू की गहनता से जांच की जा रही है।