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    पहले दुष्कर्म किया, युवक को जेल भेजा गया तो परिवार वाले राजीनामा का बनाने लगे दबाव, पीड़िता ने दे दी जान

    Updated: Sun, 21 Dec 2025 04:32 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश के महोबा में एक दुष्कर्म पीड़िता ने आत्महत्या कर ली। आरोप है कि दुष्कर्म के आरोपी युवक को जेल भेजने के बाद, उसके परिवार वाले पीड़िता पर र ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, महोबा। महोबा में एक किशोरी ने जान दे दी। किशोरी से पहले दुष्कर्म किया गया। इसके बाद उससे राजीनामा के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा। परिवार को भी जान से मारने की धमकी दी गई। इस प्रताड़ना से तंग आकर उसने जान दे दी। 

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    थाना अजनर के एक ग्राम निवासी 14 वर्षीय किशोरी के साथ गांव के ही युवक ने दुष्कर्म किया। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया। मुकदमे में राजीनामा का दबाव बनाने को लेकर आरोपित के भाई, पत्नी व मां पुत्री को प्रताड़ित कर धमकाने लगे। इससे क्षुब्ध होकर उसने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। न्यायालय आदेश पर आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।

     


    थाना अजनर के एक ग्राम निवासी पिता ने बताया कि उसकी 14 वर्षीय पुत्री एक जून की सुबह 11 बजे नित्यक्रिया के लिए गई थी। रास्ते में गांव के ही हल्के ने उसे रोक लिया और दुष्कर्म किया। जिसमें मुकदमा दर्ज हुआ और आरोपित हल्के अहिरवार जेल में है। इस मुकदमे में राजीनामा का दबाव बनाने के लिए हल्के का भाई लक्ष्मण, उसकी पत्नी सोमवती व मां धंसीबाई उसकी पुत्री को लगातार धमका रहे है। गालियां देकर गांव में जीना हराम किए है। उलाहना दिया तो इन लोगों ने धमकी दी कि राजीनामा न किया तो पुत्री सहित परिवार के जान से मार देंगे।

     

    पिता ने बताया कि 10 सितंबर 2025 को वह व पुत्री गवाही देने के लिए महोबा जा रहे थे। तभी रास्ते में इन लोगों ने रोका और कहा कि गवाही दी तो जान से मार दिया जाएगा। पुत्री को बयान बदलने के लिए धमका रहे है। इनकी प्रताड़ना के चलते 22 सितंबर को उसने जहरीला पदार्थ खा लिया था। उसके मरणासन्न होने व मुंह से झाग आने पर उसे नौगांव मप्र के चिकित्सालय ले जाया गया। यहां से रेफर किए जाने पर जिला अस्पताल छतरपुर ले गए। वहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

     

    पिता ने बताया कि थाना अजनर में इसकी सूचना दी। पहले भी कई प्रार्थना पत्र दिए पर अजनर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस अधीक्षक को रजिस्टर्ड डाक से सूचित किया पर मुकदमा नहीं लिखा गया। इसके बाद उसने न्यायालय का सहारा लिया। न्यायालय न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय के आदेश पर पुलिस ने आरोपित लक्ष्मण, सोमवती व धंसीबाई के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। थानाध्यक्ष अजनर सत्यपाल सिंह कहते है कि आगे की कार्रवाई की जा रही है।