SIR Updates: एसआईआर काम के दबाव में परिवार को नहीं दे पा रहे थे समय, शिक्षामित्र ने दे दिया इस्तीफा
महोबा में एसआईआर के काम के दबाव के चलते एक शिक्षामित्र ने इस्तीफा दे दिया। शिक्षामित्र का कहना है कि उन्हें मोबाइल चलाना नहीं आता और एसआईआर में ऑनलाइन ...और पढ़ें
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जागरण संवाददाता, महोबा। एसआईआर के काम की वजह से एक शिक्षामित्र ने इस्तीफा दे दिया। शिक्षामित्र ने एसआईआर के काम से परेशान होकर ये कदम उठाया। उनका कहना था कि मोबाइल चलाना नहीं आता, अब ऐसे में आनलाइन फीडिंग कैसे करें।
निर्वाचक नामावलियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) में लगे शिक्षामित्र ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बीएसए कार्यालय में जाकर पत्र सौंपा। हालांकि अभी उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है। बीएसए राहुल मिश्रा का कहना है कि शिक्षामित्र को बुलाकर समझाया जाएगा। इसके बाद कोई कार्रवाई की जाएगी।
विकासखंड पनवाड़ी के ग्राम भुजपुरा स्थित प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षामित्र खलक सिंह राजपूत ने पद से इस्तीफा दिया है। बताया कि उनकी नियुक्ति 26 सितंबर 2002 को हुई थी। उन्होंने अपना काम ईमानदारी और निष्ठा के साथ किया। लेकिन इस बार काम का दबाव ज्यादा था और समयसीमा में इसे पूरा करना था। एसआइआर में उन्हें 899 गणना प्रपत्रों की जिम्मेदारी दी गई थी। उन्होंने 11 दिसंबर की रात्रि तक इसे पूर्ण कर दिया।
बताया कि मोबाइल फोन चलाना नहीं आता, जबकि एसआइआर में आनलाइन फीडिंग के लिए इसका उपयोग करना पड़ता है। इसी के चलते दिमाग सही नहीं रहता था और नींद नहीं आती थी। बीआरसी कार्यालय में गुजारिश की कि इस कार्य में योग्य शिक्षकों को लगाया जाए पर किसी ने नहीं सुनी। परिवार को भी समय नहीं दे पाए। पत्नी की तबीयत भी इस बीच खराब हो गई, जिसमें ज्यादा खर्चा हो गया। खेती-का कार्य भी नहीं हो पाया।
शिक्षामित्र के रूप में उन्हें मात्र 10 हजार रुपए मासिक मानदेय मिलता है, जो पर्याप्त नहीं है। इसी वजह से वह इस्तीफा दे रहे है। उधर बीएसए राहुल मिश्रा का कहना है कि इस्तीफे की जानकारी मिली है। शिक्षामित्र को बुलाकर समझाया जाएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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