सोनौली सीमा पर उज्बेकिस्तान निवासी महिला गिरफ्तार, बिना वीजा भारत से बाहर जाने का कर रही थी प्रयास
सोनौली सीमा पर एक उज्बेकिस्तानी महिला को बिना वीजा भारत से नेपाल जाते समय गिरफ्तार किया गया। जांच में पता चला कि उसे पहले भी भारत से निर्वासित किया गया था और उसके खिलाफ एलओसी जारी थी। महिला ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने की बात स्वीकार की। पुलिस ने उसके खिलाफ विदेशी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।

सोनौली कोतवाली में पकड़ी गई उज्बेकिस्तान की महिला। जागरण
संवाद सूत्र, सोनौली। भारत-नेपाल की सोनौली सीमा से बिना वैध कागजात भारत से नेपाल जाते समय एक उज्बेकिस्तानी महिला को सुरक्षा कर्मियों ने पकड़ लिया। इमिग्रेशन विभाग ने उज्बेकिस्तान की महिला नागरिक को उस समय पकड़ा, जब वह बिना वीजा के भारत से बाहर जाने का प्रयास कर रही थी। जांच में पता चला कि यह महिला पहले भी भारत से निर्वासित की जा चुकी है और उसके खिलाफ ‘लुक आउट सर्कुलर’ (एल.ओ.सी.) जारी है।
घटना शुक्रवार 31 अक्टूबर 2025 की है। इमिग्रेशन कार्यालय सोनौली में तैनात अधिकारी प्रमोद कुमार दुबे के अनुसार शाम करीब 4:30 बजे उज्बेकिस्तान की नागरिक उमिदा जुरेवा (पिता का नाम– केजा किजि, निवासी ताशकंद, उज्बेकिस्तान, पासपोर्ट संख्या FA0472617) ने भारत से प्रस्थान के लिए डिपार्चर स्टांप लगाने का आग्रह किया। जांच के दौरान यह सामने आया कि उक्त महिला के पास भारत का कोई वैध वीजा नहीं है।
रिकॉर्ड खंगालने पर पाया गया कि उमिदा जुरेवा को 22 फरवरी 2025 को मुंबई एयरपोर्ट से एग्जिट परमिट के साथ भारत से निर्वासित किया गया था। इतना ही नहीं, उसके भारत में दोबारा प्रवेश पर रोक लगाने के लिए एलओसी भी जारी की गई थी। इसके बावजूद महिला ने स्वीकार किया कि वह 22 अप्रैल 2025 को नेपाल मार्ग से अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर गई थी।
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इमिग्रेशन अधिकारियों ने उमिदा जुरेवा को आवश्यक कानूनी कार्यवाही हेतु सोनौली थाने को सिपुर्द कर दिया है। उसके पास से उज्बेकिस्तान पासपोर्ट की मूल प्रति भी बरामद की गई है।
थानाध्यक्ष अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि उज़्बेकिस्तान की महिला के खिलाफ विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

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