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    UP News: पिता की मौत के बाद तीर लेकर ट्रेनिंग में पहुंचे शिक्षक को देखकर मचा हड़कंप, प्रशिक्षकों ने भेजा वापस

    Updated: Wed, 19 Mar 2025 07:58 PM (IST)

    महराजगंज में एक शिक्षक अपने पिता की मृत्यु के बाद हाथ में तीर-लोटा लेकर डिजिटल लिटरेसी कोडिंग ट्रेनिंग में पहुंच गया। इस दृश्य को देखकर वहां मौजूद लोग सकते में आ गए। प्रशिक्षकों ने उन्हें ट्रेनिंग में शामिल होने से रोकते हुए वापस घर भेज दिया। शिक्षक ने बताया कि परंपराओं के अनुसार 16 दिन तक शुद्धिकरण प्रक्रिया से गुजर रहा है जिसमें तीर और लोटे का उपयोग होता है।

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    जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान पर तीर और लोटा लेकर पहुंचे शिक्षक रामजी विश्वकर्मा। जागरण

    जागरण संवाददाता, महराजगंज। जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में चल रही डिजिटल लिटरेसी कोडिंग ट्रेनिंग में बुधवार की सुबह का दृश्य देख लोग सकते में आ गए। फरेंदा ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय निरनाम पश्चिमी में तैनात शिक्षक रामजी विश्वकर्मा अपने पिता के निधन के कारण हाथ में तीर और लोटा लेकर प्रशिक्षण लेने पहुंचे। उनकी इस स्थिति में प्रशिक्षण में आने से वहां मौजूद लोग सकते में पड़ गए।

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    अंतत: प्रशिक्षकों ने उन्हें ट्रेनिंग में सम्मिलित होने से रोकते हुए वापस घर भेज दिया। बीते शनिवार को रामजी विश्वकर्मा के पिता का देहांत हो गया था। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी से अवकाश के लिए अनुरोध किया। उन्हें बताया गया कि वे क्रिटिकल लीव ले सकते हैं, जिसकी वार्षिक सीमा 14 दिन होती है।

    इस अवकाश का वह पहले ही उपयोग कर चुके थे। मेडिकल लीव लेने का प्रयास भी विफल रहा, क्योंकि वे पूरी तरह स्वस्थ थे। ऐसे में उच्चाधिकारियों के आदेश के तहत उन्हें ट्रेनिंग में उपस्थित होना अनिवार्य समझा और तीर और लोटा लेकर बुधवार को डायट पहुंच गए।

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    परंपराओं के अनुसार पिता की मृत्यु के बाद पुत्र को 16 दिन तक शुद्धिकरण प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, जिसमें तीर और लोटे का उपयोग होता है। इसी वजह से शिक्षक रामजी विश्वकर्मा इन वस्तुओं के साथ प्रशिक्षण स्थल पर पहुंचे। अधिकारियों ने जब यह दृश्य देखा तो उन्हें प्रशिक्षण में शामिल होने से रोक दिया और वापस भेज दिया।

    शिक्षकों को डिजिटल लिटरेसी कोडिंग ट्रेनिंग दी जा रही है। जागरण (सांकेतिक तस्वीर)


    डायट प्राचार्य सतेंद्र कुमार ने कहा कि शिक्षक के आने की सूचना है। वह प्रशिक्षण में सम्मालित नहीं हुए हैं। मामले की जांच कराई जा रही है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ऋद्धि पांडेय ने बताया कि मामले की जानकारी ली जा रही है। इस मामले में फरेंदा के खंड शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है।

    युवा विज्ञानी कार्यक्रम के लिए 23 मार्च तक करें आवेदन

    भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा कक्षा नौ में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए दो सप्ताह के आवासीय "युवा विज्ञानी कार्यक्रम" का आयोजन किया जा रहा है। गणेश शंकर विद्यार्थी स्मारक इंटर कॉलेज, महराजगंज के जीव विज्ञान प्रवक्ता एवं विज्ञान संचारक अमरेंद्र शर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम पूर्णतः निःशुल्क है, और विज्ञान में रुचि रखने वाले मेधावी विद्यार्थियों को इसमें भाग लेने का सुनहरा अवसर मिलेगा।

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    इसके तहत 23 मार्च तक आनलाइन आवेदन किया जा सकता है। चयन प्रक्रिया में ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों, विज्ञान प्रदर्शनी तथा खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले छात्रों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए पहले ऑनलाइन गणित और विज्ञान प्रश्नोत्तरी आयोजित की जाएगी।

    चयनित विद्यार्थियों को भारत सरकार के खर्चे पर इसरो के विभिन्न केंद्रों जैसे देहरादून, श्रीहरिकोटा, त्रिवेंद्रम और अहमदाबाद में विज्ञान कार्यशालाओं, रॉकेट प्रक्षेपण तथा वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं का भ्रमण कराया जाएगा। इस कार्यक्रम में सभी शिक्षा बोर्ड के वे छात्र भाग ले सकते हैं, जो एक जनवरी 2025 तक कक्षा नौ में अध्ययनरत हैं।

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