संसाधनों के अभाव में लटकी बीट व्यवस्था
महराजगंज संसाधनों के अभाव में बीट प्रणाली लटकती नजर आ रही है। महीने भर बाद भी शासन ब
महराजगंज: संसाधनों के अभाव में बीट प्रणाली लटकती नजर आ रही है। महीने भर बाद भी शासन बीट पुलिस अधिकारियों को सीयूजी नहीं मिल पाया। क्षेत्र में गश्त करने के लिए बाइक की व्यवस्था में महकमा लगा है। संसाधनों के अभाव में पायलट प्रोजेक्ट अधर में लटक गया है।
जिले के चौक थाने से बीट प्रणाली की शुरूआत होनी है। थाने में 55 गांव हैं, इसे नौ बीट में बांटा गया है। हर बीट में एक सिपाही होंगे, उन्हें बीट पुलिस अधिकारी कहा जाएगा। काम करने के लिए बीट पुलिस अधिकारियों को अगल से सरकारी बाइक, सीयूजी, वायरलेस सेट, बैटन बाडी वार्न कैमरा व छोटे असलहे उपलब्ध कराए जाएंगे। बीट अधिकारियों को सीयूजी उपलब्ध कराने के लिए एसपी ने शासन को पत्र लिखा लेकिन एक महीने बाद भी नंबर उपलब्ध नहीं हो पाया। वहीं, अन्य थानों से एक-एक बाइक मांगी जा रही है। हालांकि छोटे शस्त्र पुलिस लाइन में उपलब्ध हैं। अपराध पर अंकुश के साथ ही बेहतर पुलिसिग के प्रदेश के यूपी पुलिस की ओर बीट प्रणाली की व्यवस्था की गई। बीट पुलिस अधिकारी को बकायदा प्रशिक्षण दिया गया।
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बीपीओ को मिली जिम्मेदारी:
बीपीओ के पास एक बीट रजिस्टर होगा। जिसमें क्षेत्र के अपराधियों, उन पर दर्ज मुकदमों की सूची, प्रधान, बीएलओ, कोटेदार, सेना के अफसर, संभ्रांत लोग, मंदिर के पुजारी, मस्जिद के मौलवी, बुजुर्गों की संख्या सहित कई जानकारी रखनी होगी। फोन कर संभ्रांत लोगों का हाल भी जानेंगे।
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शासन से सीयूजी मिलनी है, बाइक की व्यवस्था की जा रही है। संसाधन मिलते ही बीट प्रणाली शुरू हो जाएगी।
रोहित सिंह सजवान, पुलिस अधीक्षक, महराजगंज
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