गर्मी और वायरल बुखार से अस्पताल में मरीजों की लग रही लाइन, बचाव के लिए डॉक्टर ने बताए ये उपाय
महराजगंज में मौसम के बदलाव और उमस के कारण बुखार और पेट की बीमारियों के मरीज बढ़ रहे हैं। जिला अस्पताल में मरीजों की लंबी कतारें लग रही हैं जिनमें ज्यादातर वायरल बुखार और टाइफाइड से पीड़ित हैं। डॉक्टरों ने लोगों को सावधान रहने साफ पानी पीने और बासी भोजन से बचने की सलाह दी है। शुरुआती लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेने की सलाह दी गयी है।

जागरण संवाददाता, महराजगंज। मौसम में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव और बढ़ती उमस ने लोगों की सेहत पर बुरा असर डालना शुरू कर दिया है। जिले में बुखार और पेट से जुड़ी बीमारियों के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सोमवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में 1431 मरीज तो महिला अस्पताल में 172 मरीज पहुंचे। इनमें अधिकांश वायरल फीवर और टाइफाइड से ग्रसित थे।
पिछले कुछ दिनों में हुई रुक-रुककर बारिश के बाद अचानक बढ़ी धूप और उमस ने गर्मी से जनित रोगों को बढ़ा दिया है। स्थिति यह है कि वायरल बुखार अब सामान्य समस्या बन चुकी है, और एक बार संक्रमण की चपेट में आने के बाद मरीजों को 15 से 20 दिनों तक दवा लेनी पड़ रही है।
इसी कारण अस्पताल में रोजाना भीड़ बढ़ती जा रही है। सोमवार को सुबह से दोपहर तक ओपीडी के बाहर पर्ची कटाने के लिए लंबी कतारें लगी रहीं। अस्पताल की ओपीडी और इमरजेंसी दोनों में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई।
जिला अस्पताल के फिजिशियन विभाग में रोजाना 100 से 150 मरीज पहुंच रहे हैं, जिनमें से करीब 70 से 80 मरीज बुखार से पीड़ित होते हैं। इसके अलावा चर्मरोग और पाचन संबंधी शिकायतें भी आम हो गई हैं।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ए.के. द्विवेदी ने बताया कि गर्मी में लापरवाही बरतना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने सलाह दी कि लोग स्वच्छ पानी पिएं, बासी या दूषित भोजन से बचें और धूप में अधिक देर न रहें।
उन्होंने कहा कि इस समय टाइफाइड और वायरल संक्रमण तेजी से फैल रहा है, ऐसे में शुरुआती लक्षण दिखते ही डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।
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