Diwali 2025: भारत-नेपाल सीमा पर पटाखों की तस्करी बढ़ी, रोक के बावजूद हो रहा यह काम
दीपावली के अवसर पर भारत-नेपाल सीमा पर पटाखों की तस्करी बढ़ गई है। नेपाल में पटाखों पर प्रतिबंध होने के बावजूद, तस्कर सक्रिय हैं और भारत से नेपाल पटाखों की खेप पहुंचा रहे हैं। स्थानीय पुलिस और कस्टम विभाग की कथित निष्क्रियता के कारण तस्करी फल-फूल रही है। पुलिस ने तस्करी रोकने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

नेपाल में पटाखों पर प्रतिबंध, फिर भी हर साल होती है तस्करी
जागरण संवाददाता, नौतनवा। दीपावली पर्व को देखते हुए भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक बार फिर पटाखों की तस्करी तेज हो गई है। भले ही नेपाल में पटाखों पर प्रतिबंध हो, लेकिन सोनौली सीमा से लेकर नौतनवा तक तस्कर प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर पटाखों की खेप नेपाल पहुंचाने में लगे हुए हैं।
सोनौली मेन गेट, दो नंबर गली, प्रेम कालोनी, फरेनी बाजार, भगवानपुर, श्यामकाट, खनुआ, नौतनवा के सुंडी, गैस एजेंसी के पीछे, संपतिहा, और चंडी थान की पगडंडियों से पटाखों की खेप छोटी-छोटी बोरियों में नेपाल के मधेसी इलाकों तक भेजी जा रही है। नेपाल में पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद वहां की मांग बनी हुई है।
इस कारण सीमावर्ती क्षेत्रों के तस्कर सक्रिय हो चुके हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि यह सब कुछ प्रशासन की नाक के नीचे हो रहा है, लेकिन स्थानीय पुलिस व कस्टम विभाग पूरी तरह से मौन है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था केवल कागज़ों में दिखती है, जबकि जमीनी स्तर पर तस्करों का नेटवर्क मजबूत होता जा रहा है।
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इससे न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लग रहे हैं, बल्कि सीमाई क्षेत्रों की छवि भी धूमिल हो रही है। क्षेत्राधिकारी नौतनवा अंकुर गौतम ने बताया कि सीमावर्ती थानों को पटाखा तस्करी रोकने के निर्देश दिए गए हैं। संलिप्त लोगों के ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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