'मतांतरण के रैकेट को ध्वस्त करने के लिए AI का करें इस्तेमाल', CM योगी का यूपी पुलिस को निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को मतांतरण रैकेट ध्वस्त करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करने का निर्देश दिया है। उन्होंने इंटरने ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुदानित मतांतरण रैकेट को ध्वस्त करने के लिए पुलिस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) का इस्तेमाल करें।
एआइ के जरिए इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर मतांतरण रैकेट से जुड़े संदिग्ध लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जाए। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को विशेष रूप से इंटरनेट मीडिया और साइबर अपराध पर निगरानी रखने के निर्देश दिए।
कहा कि इंटरनेट मीडिया पर कानून-व्यवस्था, जातीय एवं धार्मिक सौहार्द प्रभावित करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से प्रायोजित आतंकी गतिविधियों व नशीले पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए सीमा सुरक्षा एवं आतंकवाद निरोधक तंत्र को तकनीकी रूप से और मजबूत करने के निर्देश दिए। साथ ही गो-तस्करी के लिए चलाए जा रहे संगठित गिरोह पर सख्त कार्रवाई करने को कहा।
पुलिस मुख्यालय में आयोजित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के दो दिवसीय पुलिस मंथन सम्मेलन के अंतिम दिन रविवार को समापन सत्र में उन्होंने इंटरनेट मीडिया के दुरुपयोग, दुष्प्रचार, डीपफेक, डार्कवेब, साइबर अपराध एवं आतंकी नेटवर्क जैसी चुनौतियों पर चिंता व्यक्त की।
कहा, इंटरनेट मीडिया पर आपत्तिजनक कंटेंट परोसने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाए। कुछ असामाजिक तत्व महापुरुषों के नाम का दुरुपयोग कर नए-नए संगठन बनाकर अराजकता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे संगठनों की पृष्ठभूमि की जांच कर उनके नेटवर्क को ध्वस्त किया जाए।
बलरामपुर में मतांतरण की घटना को लेकर उन्होंने कहा कि राज्य में संगठित रूप से मतांतरण के प्रयास किए जा रहे हैं। मतांतरण से जुड़ी हर गतिविधि पर नजर रखी जाए।
उन्होंने कहा कि गत वर्ष जुलाई से लागू भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य संहिता न्याय आधारित व्यवस्था की नींव हैं। इन कानूनों के प्रति हर पुलिसकर्मी को जागरूक होना होगा। अब पुलिस बल में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या 13 प्रतिशत से बढ़कर 36 प्रतिशत हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा पुलिस मंथन को नीति निर्माण के मंथन का मंच बनाया जाए।
इसका आयोजन हर वर्ष होना चाहिए। सम्मेलन में ‘विजन 2047 विकसित-आत्मनिर्भर भारत’ के लिए पुलिस को अपग्रेड करने का रोडमैप तैयार किया गया। सम्मेलन में पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण, प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद, एसपीजी के निदेशक आलोक शर्मा, पुलिस महानिदेशक (कारागार) पीसी मीणा सहित तमाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
इन विषयों का किया गया प्रस्तुतिकरण
पुलिस मंथन के अंतिम दिन आयोजित पांच सत्रों में आपदा प्रबंधन, सिविल डिफेंस एवं होम गार्ड्स, विशाल जनसमूह (भीड़) प्रबंधन, खुफिया तंत्र एवं उभरती चुनौतियां, आतंकवाद-रोधी, मादक पदार्थ, गो-तस्करी, संगठित अपराध और नवाचार पर प्रस्तुतिकरण किया गया।
सुरक्षा और कानून के राज से निवेश का बना प्रमुख गंतव्य बना यूपी
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून का राज ही वह आधार है, जिसने यूपी में लोगों के मन से असुरक्षा का भाव दूर किया। इसलिए उत्तर प्रदेश निवेश का प्रमुख गंतव्य भी बना है। हमने उत्तर प्रदेश के प्रति लोगों की धारणा बदली है। हर व्यक्ति को कानून के दायरे का अहसास कराया।
देश भर में यूपी माडल की चर्चा है। उन्होंने थानाध्यक्ष, हल्का दरोगा, सर्किल इंचार्ज, जिले के कप्तान, रेंज व जोन के अधिकारियों को भी अलग-अलग वर्ग के साथ संवाद स्थापित करने के निर्देश दिए। कहा कि जनप्रतिनिधियों के साथ माह में एक बार जरूर बैठक करें।
इन्हें मिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक
वर्ष 2022
प्रभाकर चौधरी – डीआइजी- अलीगढ़ परिक्षेत्र
विनय चंद्रा- अपर पुलिस अधीक्षक- अभिसूचना मुख्यालय उत्तर प्रदेश
रविंद्र प्रताप सिंह- निरीक्षक- मुरादाबाद
दिनेश कुमार डांडियाल- निरीक्षक- अधिसूचना विभाग
मनु चौधरी-निरीक्षक यूपीपीसीएल गाजियाबाद
वर्ष 2023
शैलेश कुमार पांडेय-डीआइजी- आगरा परिक्षेत्र
विशाल विक्रम सिंह- अपर पुलिस अधीक्षक- एसटीएफ
विशाल संगारी- निरीक्षक- सीतापुर
मनोज चिकारा- मुख्य आरक्षी- गौतमबुद्धनगर
शैलेष कुंतल- महिला आरक्षी
वर्ष 2024
अनुराग आर्य-एसएसपी- बरेली
विमल कुमार सिंह- पुलिस उपाधीक्षक- एसटीएफ
अरुण कुमार- मुख्य आरक्षी- एसटीएफ
वर्ष 2025
कृष्ण कुमार-पुलिस अधीक्षक संभल
प्रेम शुक्ला-पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ
प्रियांशी प्रजापति- महिला आरक्षी कमिश्नरेट आगरा

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