Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नोएडा को 'सेफ सिटी' बनाएगी योगी सरकार, लागत- 208 करोड़, I-CCC से होगी पूरे शहर की निगरानी; क्या कुछ होगा खास?

    Updated: Wed, 09 Apr 2025 09:22 PM (IST)

    योगी सरकार नोएडा में सेफ सिटी प्रोजेक्ट को छह चरणों में पूरा करेगी जिसका उद्देश्य शहर की सुरक्षा प्रणाली को अत्याधुनिक बनाना है। इस परियोजना के तहत शहर के सभी पुलिस थाने सीसीटीवी सिस्टम ट्रैफिक प्रबंधन प्रणाली को आई ट्रिपल सी (Integrated Command and Control Center) से जोड़ा जाएगा। इससे आपातकालीन स्थितियों में संदेश भेजने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग होगा।

    Hero Image
    छह चरणों को पूरा कर नोएडा को सेफ सिटी बनाएगी योगी सरकार। (तस्वीर जागरण)

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। योगी सरकार छह चरणों में नोएडा के सेफ सिटी प्रोजेक्ट को पूरा करेगी। शहर के सभी पुलिस थाने, सीसीटीवी सिस्टम व ट्रैफिक प्रबंधन प्रणाली को आइ ट्रिपल सी के साथ इंटीग्रेट किया जाएगा। इसे अत्याधुनिक पब्लिक एड्रेस सिस्टम से भी जोड़ा जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आपातकालीन स्थितियों में संदेश जारी करने का माध्यम बनेगी। इस प्रोजेक्ट से शहर की महिलाओं सहित सभी नागरिकों की सुरक्षा प्रणाली को और प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी। नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। परियोजना पर 208.47 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।

    6 चरणोंं में पूरा होगा काम

    छह चरणों में अत्याधुनिक सिटी कम्यूनिकेशन नेटवर्क, इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, डाटा सेंटर, सीसीटीवी आधारित सिटी सर्विलांस सिस्टम, इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम और भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआइएस) मुख्य हैं।

    आइ ट्रिपल सी से पूरे शहर की होगी मॉनीटरिंग

    आइ ट्रिपल सी से पूरे शहर की मॉनीटरिंग की जाएगी। इससे किसी भी अप्रिय या आपातकालीन घटना के नियंत्रण व प्रबंधन के लिए प्रभावी तरीके से कार्य करने में मदद मिलेगी। साथ ही इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में अत्याधुनिक डेटा सेंटर का निर्माण व विकास किया जाएगा।

    इसके साथ ही अत्याधुनिक पब्लिक एड्रेस सिस्टम, फेस रिकग्निशन व डिजिटल फारेंसिक जैसी सुविधाओं को भी सेफ सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत जोड़ा जाएगा। इसके अतिरिक्त क्रिप्टो करेंसी इंवेस्टिगेशन साल्यूशन, पैनिक बाक्स सिस्टम, विजुअल डिस्प्ले यूनिट्स, बुलेट-पीटीजेड व एएनपीआर कैमरों के इंस्टालेशन जैसे कार्यों को पूरा किया जाएगा।

    कुल मिलाकर नोएडा शहर के 225 वर्ग किमी. क्षेत्र को सेफ सिटी प्रक्रिया के अंतर्गत प्रभावी रूप से प्रबंधित करने में मदद मिलेगी। सेफ सिटी परियोजना के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के साफ्टवेयर इंस्टालेशन व उच्चीकरण प्रक्रिया को भी पूर्ण किया जाएगा।

    इसे भी पढ़ें- यूपी के बिजलीकर्मियों ने किया अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान, निजीकरण के खिलाफ सरकार को खुली चुनौती