Conversion In UP: योगी सरकार ने धर्मांतरण और लव जिहाद पर कसा कानून का शिकंजा, अब गेमिंग एप से हो रहा मतांतरण
Conversion In UP यूपी के गाजियाबाद और प्रयागराज में मोबाइल गेमिंग एप के जरिए अवैध मतांतरण के मामले सामने आने के बाद प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को सुरक्षा समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को ऐसे केसों में सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सीएम ने काि कि ऐसी राष्ट्रविरोधी घटनाओं पर समय रहते प्रभावी नियंत्रण आवश्यक है।

लखनऊ, प्रभापुंज मिश्रा। Conversion In UP उत्तर प्रदेश में हर रोज अवैध धर्मातरण के मामले सामने आते हैं। वहीं हर तीसरे दिन एक मतांतरण का मुकदमा भी दर्ज होता है। कई ऐसे मामले भी हैं जो पुलिस तक नहीं पहुंच पाते हैं। गाजियाबाद और प्रयागराज में ऑनलाइन गेमिंग के जरिए धर्मांतरण का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर अधिकारियों को अवैध मतांतरण पर कानूनी शिकंजा कसने के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिए त्वरित, प्रभावी व कठोर कार्रवाई के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि देश के कई हिस्सों में अवैध मतांतरण की घटनाएं सामने आ रही हैं। गाजियाबाद में ऑनलाइन गेमिंग/चैटिंग एप के माध्यम से किशोरों के मतांतरण की घटना भी उसका हिस्सा है।
- ऐसी राष्ट्रविरोधी घटनाओं पर समय रहते प्रभावी नियंत्रण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अवैध मतांतरण के पीछे एक बड़े अंतरराष्ट्रीय गिरोह की संलिप्तता की पुष्टि हो रही है।
- पूर्व में जिनका मतांतरण कराया गया, उनको प्रशिक्षित कर यह कार्य श्रृंखलाबद्ध ढंग से कराया जा रहा है।
- अवैध मतांगरण के ऐसे गिरोह को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए त्वरित, प्रभावी व कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। सभी जिलों में ऐसी हर छोटी से छोटी सूचना को पूरी गंभीरता से लेकर जांच की जाए।
योगी सरकार में अवैध धर्मांतरण पर हुई कठोर कार्रवाई
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा मतांतरण विरोधी कानून लागू करने के बाद प्रदेश में मतांतरण व लव जिहाद पर अंकुश लगा है। अभी तक 427 मामले दर्ज कर 833 लोगों को किया गिरफ्तार किया जा चुका है।
- यूपी में विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत दो वर्षों में अब 291 से अधिक मुकदमे दर्ज किये जा चुके हैं। वहीं अब तक अवैध धर्मांतरण के मामलों में 507 आरोपित भी गिरफ्तार किए गए हैं।
- पुलिस कार्रवाई के बाद भी छल-कपट से युवतियों का मतांतरण कराकर उनके उत्पीड़न की घटनाएं कम होती नजर नहीं आ रहीं है। प्रदेश में 27 नवंबर, 2020 से 30 अक्टूबर, 2022 तक अवैध मतांतरण के सर्वाधिक 20 मुकदमे फतेहपुर में दर्ज हुए हैं।
- इसके अलावा आठ जिले हैं, जहां 10 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। इनमें लखनऊ, सहारनपुर, बरेली, पीलीभीत, गोरखपुर, गोंडा, आजमगढ़ व कानपुर शामिल हैं। इन सभी जिलों में चल रही कार्रवाई पर विशेष नजर रखी जा रही है।
प्रयागराज में मोबाइल गेमिंग के जरिए मतांतरण का मामला आया सामने
प्रयागराज के काल्विन हॉस्पिटल में एक मां अपने 16 वर्षीय बेटे को लेकर मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर ईशान्यराज के पास पहुंची। तो मामले का खुलासा हुआ।
- चित्रकूट जिले की एक महिला छह साल पहले अपने पति से विवाद के बाद प्रयागराज के झलवा में आकर बस गईं। उसके पांच बच्चे हैं। सबसे बड़ा 16 वर्षीय बेटा ई-रिक्शा चलाने लगा।
- घर आने पर अधिकतर समय मोबाइल में ही बीतने लगा। परिवार के सदस्यों से बातचीत कम हो गई। उसकी बदलती हरकत से उसकी मां परेशान हो उठीं। कुछ दिन पहले जनेऊ तोड़ने पर भी विवाद हुआ, पूजा में बैठना छोड़ दिया। फटकारने पर गुमसुम रहने लगा।
ई-रिक्शा पर चांद-सितारा वाला झंडा लगाकर पढ़ने लगा नमाज
हद तो तब हो गई, जब वह सप्ताह भर पहले घर में ही नमाज पढ़ने लगा। अपने ई-रिक्शा पर चांद-सितारा वाला झंडा लगा लिया। इससे परेशान उसकी मां शुक्रवार को अपने बेटे को लेकर मनोचिकित्सक के पास जाने लगी तो उसे मुस्लिम युवकों ने घेर लिया। किसी तरह उनसे बचकर महिला मनोचिकित्सक के पास पहुंची और उनसे सारी बात बताई। इस तरह से मोबाइल गेम के जरिए भी हो रहे धर्मांतरण के प्रयास चिंता के सबब बन गए हैं। मनोरोग विशेषज्ञ डा.ईशान्यराज का कहना है कि मोबाइल के जरिए मतांतरण के प्रयास का यह पहला मामला है। बच्चे को घर में रखने और समझाने की सलाह दी है। इसकी कुछ दिनों तक नियमित दवा चलेगी।
लखनऊ में कानपुर की किशोरी को मतांतरण से इंकार पर दी थी खौफनाक सजा
गुजैनी के अंबेडकर नगर की 17 वर्षीय किशोरी को नौकरी का झांसा देकर लखनऊ के दूसरे समुदाय के युवक ने 25 दिन बंधक बनाकर रखा और उस पर मतांतरण का दबाव बनाया। इन्कार करने पर बेल्ट और तार से पीटा। आरोप है कि युवक ने केरोसिन छिड़क उसे जलाकर मारने की कोशिश की। पीड़िता ने किसी तरह मोबाइल से स्वजन को बुलाया। जिसके बाद स्वजन ने उसे परमपुरवा के एक नर्सिंगहोम में भर्ती कराया।
यूपी में इन जिलों में है अवैध धर्मांतरण के सर्वाधिक मामले
लखनऊ, कानपुर, बरेली, सहारनपुर, पीलीभीत, गोंडा, आजमगढ़, गोरखपुर, गाजियाबाद, शाहजहांपुर, गौतमबुद्धनगर, मुरादाबाद, रामपुर, बुलंदशहर, मेरठ, प्रयागराज, गाजियाबाद समेत अन्य जिलों में भी मुकदमे दर्ज हैं। बता दें कि अब तक 150 मामलों में पीड़ित युवतियां कोर्ट में अपने बयान दर्ज करा चुकी हैं। उन पर किए गए जुल्मों की कहानी बयां कर चुकी हैं। 59 ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां नाबालिग लड़कियों को घिनौने षड्यंत्र में फंसाकर उनका उत्पीड़न किया गया।
इन स्थितियों में लागू होता है मतांतरण का कानून
- धोखे में रखकर, लालच देकर,जबरन,अथवा किसी अन्य प्रकार से दबाव देकर, विवाह कर मतांतरण करवाया जाता है।
- यदि नाबालिग,अनुसूचित जाति अथवा अनुसूचित जनजाति की महिला का मतांतरण करवाया जाता है।
- यदि सामूहिक मतांतरण करवाया जाता है।
- मात्र विवाह के लिए मतांतरण किया जा रहा है तो वह विवाह अमान्य होगा।
अवैध धर्मांतरण कराने पर है इतनी सजा का प्रावधान
- दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति को अपराध की गंभीरता के आधार पर 10 साल तक की जेल
- जुर्माने की राशि 15 हजार से 50 हजार तक
- जबरन मतांतरण कराने पर न्यूनतम 15 हजार रुपये के जुर्माने के साथ एक से पांच साल की कैद का प्रावधान
- एससी व एसटी समुदाय के नाबालिगों और महिलाओं के मतांतरण पर तीन से 10 साल की सजा का प्रावधान
- जबरन सामूहिक मतांतरण के लिए तीन से 10 साल जेल और 50 हजार जुर्माना
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