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    प्रयागराज के पौराणिक स्थलों को 'लैंड जिहाद' से कराया मुक्त, CM योगी बोले- एक दिन पूरी दुनिया भगवा पहनेगी

    सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकारों में लैंड माफिया ने प्रयागराज के पौराणिक स्थलों पर अवैध कब्जा कर लिया था। महाकुंभ के दौरान इन स्थलों को माफिया मुक्त कराया गया और उनका कायाकल्प किया गया। योगी ने कहा कि सनातन धर्म सभी पंथों का सम्मान करता है और उन्होंने अपने भगवा वस्त्र पर गर्व जताया। उन्होंने औरंगजेब को आदर्श मानने वालों को मानसिक विकृति का शिकार बताया।

    By Nishant Yadav Edited By: Sakshi Gupta Updated: Wed, 12 Mar 2025 07:08 PM (IST)
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    CM योगी बोले- एक दिन पूरी दुनिया भगवा पहनेगी। (तस्वीर जागरण)

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। माफिया अतीक अहमद का नाम लिये बिना ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को सपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के शासन में लैंड माफिया ने प्रयागराज के पौराणिक स्थलों अक्षय वट, माता सरस्वती कूप, पातालपुरी, श्रृंगवेरपुर, द्वादश माधव और भगवान बेनी माधव पर अवैध कब्जे कर लिए थे, जिससे इनकी गरिमा को गहरी चोट पहुंची।

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    महाकुंभ के दौरान इन स्थलों को माफिया मुक्त कर उनके कायाकल्प का मार्ग प्रशस्त हुआ है। अक्षय वट को गुलामी के काल में कैद कर नष्ट करने की कोशिश की गई, जिससे 500 वर्षों तक श्रद्धालु दर्शन से वंचित रहे। श्रद्धालु अब साल भर यहां दर्शन कर सकते हैं।

    सनातन धर्म सभी पंथों का करता है सम्मान- योगी

    मुख्यमंत्री बुधवार को होटल ताज में पांचजन्य और आर्गेनाइजर के ‘मंथनः कुंभ एंड बियांड ’ विचार संगम कार्यक्रम में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन धर्म सभी पंथों का सम्मान करता है। उन्होंने अपने भगवा वस्त्र पर गर्व जताते हुए कहा कि यह मेरी पहचान है। एक दिन पूरी दुनिया इसे पहनेगी। औरंगजेब को आदर्श मानने वाले मानसिक विकृति का शिकार हैं।

    शाहजहां की पुस्तक का हवाला देते हुए बताया कि औरंगजेब ने अपने पिता को कैद कर एक-एक बूंद पानी के लिए तरसाया और भाई को मार डाला। जो औरंगजेब को पसंद करते हैं, वे अपने बच्चों का नाम औरंगजेब रखें और उसके अत्याचार भोगने को तैयार रहें।

    योगी ने महाकुंभ का भी किया जिक्र

    महाकुंभ के आयोजन ने न केवल दुनिया को भारत के सामर्थ्य और सनातन धर्म के वास्तविक स्वरूप को दिखाया, बल्कि उत्तर प्रदेश को लेकर बनी नकारात्मक धारणा को भी बदल दिया। विपक्ष की नकारात्मकता पर सीएम योगी ने कहा कि जिनकी सोच नकारात्मक है, उनसे सकारात्मकता की उम्मीद करना बेकार है।

    उन्होंने स्वतंत्र भारत के पहले कुंभ (1954) से लेकर 1974, 1986, 2007 और 2013 तक कांग्रेस और सपा के शासनकाल में हुई अव्यवस्थाओं का जिक्र किया। कहा कि सन् 1954 में एक हजार से अधिक मौतें हुईं, 2007 में प्राकृतिक आपदा ने जन-धन की हानि की और 2013 में मॉरिशस के तत्कालीन प्रधानमंत्री ने संगम की गंदगी देखकर आंसू बहाए थे।

    पिछली सरकारों ने कुंभ को गंदगी का अड्डा बनाया था- योगी

    पिछली सरकारों ने कुंभ को अव्यवस्था और गंदगी का अड्डा बना दिया था। आज वही लोग हमारे स्वच्छ महाकुंभ पर सवाल उठा रहे हैं। मौनी अमावस्या की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ से अधिक की भीड़ के बीच कुछ लोग घायल हुए और कुछ की मौत हो गई। संतों ने व्यापक जनहित में परंपरा को बाधित किए बिना सहयोग दिया।

    आस्था को अर्थ से जोड़कर हजारों टैक्सी चालकों, बस चालकों और व्यापारियों को रोजगार मिला। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गंगा आज स्वच्छ है। हमारे यहां तो ऐसी मान्यता है कि बहता पानी और रमता जोगी ये कभी अशुद्ध नहीं होता है।

    सीएम योगी ने संभल के इतिहास का भी किया जिक्र

    संभल का उल्लेख करते हुए सीएम योगी ने कहा कि पांच हजार साल पुराने पुराणों में इसका वर्णन है, जहां श्रीहरि का दसवां अवतार होगा। 1526 में मीर बाकी ने वहां मंदिर तोड़ा, लेकिन अब तक 18 तीर्थों का उत्खनन हो चुका है। उन्होंने कहा कि जो इतिहास छिपाते हैं, उन्हें पुराण पढ़ना चाहिए। 54 हजार बिछड़े लोगों को महाकुंभ के डिजिटल खोया-पाया केंद्र के जरिए उनके परिजनों से मिलाया गया।

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